केवल नेशनल कांफ्रेंस ही जनता की पीड़ा को कम करने में सक्षम है: पूर्व मंत्री

जम्मू, 28 जून (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर को अंधकार युग में धकेलने के लिए वर्तमान यूटी प्रशासन की आलोचना करते हुए पूर्व मंत्री और जेकेएनसी के जोनल अध्यक्ष बाबू रामपाल ने शुक्रवार को कहा कि वर्तमान शासन में हर कोई दुखी और बेचैन है और एक लोकप्रिय सरकार चुनने के लिए विधानसभा चुनाव के आयोजन का बेसब्री से इंतजार कर रहा है।

बैठक के दौरान बाबू रामपाल ने जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करने के लिए आवश्यक विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि नेशनल कांफ्रेंस एकमात्र ऐसी पार्टी है जो धर्मनिरपेक्षता में विश्वास करती है और समाज के वंचित वर्ग के अधिकारों के लिए लड़ सकती है। पार्टी ने समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों के कल्याण के लिए अतीत में कई ऐतिहासिक फैसले लिए हैं।

रामपाल ने कहा कि शेर-ए-कश्मीर से लेकर डॉ. फारूक अब्दुल्ला और जनाब उमर अब्दुल्ला तक इसने पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य की पूरी ईमानदारी और समर्पण के साथ सेवा की है। पूर्व मंत्री ने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर में आखिरी चुनाव 2014 में हुआ था और तब से कोई चुनाव नहीं हुआ है जिससे लोगों को उनके संवैधानिक और लोकतांत्रिक अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत को लोकतंत्र की जननी कहा जाता है लेकिन लोगों को लंबे समय तक चुनाव से वंचित रखना लोकतंत्र की हत्या है और केंद्र से आग्रह किया कि वह जम्मू-कश्मीर में बिना किसी देरी के विधानसभा चुनाव कराए।

उन्होंने कहा कि कोई भी लोकतंत्र चुनाव के बिना जीवित नहीं रह सकता क्योंकि लोकप्रिय सरकार आत्मा है और लोग उसका शरीर हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव पहले भी सबसे खराब परिस्थितियों में हुए हैं और कोई भी केंद्र के इस बहाने को बर्दाश्त नहीं कर सकता कि स्थिति चुनाव के लिए अनुकूल नहीं है। साथ ही अंकुश अबरोल प्रांतीय संयुक्त सचिव ने कहा कि भाजपा ने जम्मू-कश्मीर के लोगों से राज्य का दर्जा छीन लिया और उन्हें निर्वाचित सरकार से वंचित कर दिया और अब हम पर विभिन्न रूपों में भारी कर लगाया जा रहा है।