भागलपुर, 22 मई (हि.स.)। अन्तराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के अवसर पर बुधवार को वन प्रमंडल पदाधिकारी भागलपुर श्वेता कुमारी की मौजूदगी में 1 इंडियन फ्लैप सेल टर्टल, 2 लेसर एजुटेंट एवं 3 ग्रेटर एजुटेंट को उनके प्राकृतिक आवास में छोड़ा गया। साथ ही साथ किलकारी के बच्चों के द्वारा 100 पौधे लगाए गए।
अन्तराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के मौके पर विशेषज्ञों के द्वारा किसानों को जैव विविधता के बारे में गहन जानकारी दिया गया। वन प्रमंडल पदाधिकारी श्वेता कुमारी ने बताया कि जैव विविधता मनुष्य को व्यापक लाभ भी प्रदान करती है। पारिस्थितिकी तंत्र के स्वास्थ्य को संरक्षित करने से भोजन और अन्य प्रमुख संसाधनों तक पहुंच सुनिश्चित होती है, जैसे पौधों और जड़ी-बूटियों में निहित कुछ दवाओं के सक्रिय तत्व। इसके अलावा, स्वस्थ और विविध पारिस्थितिकी तंत्र वायु और जल शुद्धिकरण, जलवायु विनियमन और बाढ़ की रोकथाम में भी योगदान देते हैं।
श्वेता कुमारी ने कहा दुर्भाग्य से जैव विविधता कई कारकों के कारण संकट में है। उनमें से कई मानवीय गतिविधियों से संबंधित है। जिसका मुख्य कारण वनों की कटाई, प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग, आवास विनाश और प्राकृतिक संसाधनों का अत्यधिक दोहन है। इन घटनाओं को अगर अनियंत्रित छोड़ दिया जाए तो पूरे पारिस्थितिकी तंत्र और उनमें मौजूद जीवों की विविधता को नुकसान हो सकता है। इसलिए पर्यावरणीय स्थिरता और हमारे ग्रह के भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए जैव विविधता का संरक्षण को हम सभी को प्राथमिकता देना आवश्यक है।
मौके पर वनों के क्षेत्र पदाधिकारी भागलपुर राजेश कुमार, पशु चिकित्सा पदाधिकारी भागलपुर संजीत कुमार, पक्षी विशेषज्ञ अरविंद मिश्रा, रूपेश कुमार सिंह, वनरक्षी उत्तम कुमार, मोo मुमताज, डॉल्फिन मित्र योगेंद्र महलदार, महेंद्र महलदार, विशुन महलदार, राजेन्द्र महलदार, गोरे महलदार, संतोष महलदार, अर्जुन महलदार एवं अन्य मौजूद थे।