बीकानेर, 13 अगस्त (हि.स.)। जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ के आचार्यश्री जिन पीयूष सागर सूरिश्वरजी व साध्वीवृंद के सान्निध्य में मंगलवार को शिवबाड़ी के गंगेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर परिसर में भक्ति संगीत के साथ पंच कल्याणक पूजा की गई। भगवान की सवारी गाजे बाजे से निकली। सवारी में भगवान की प्रतिमा की शिवबाड़ी के लालेश्वर महादेव मंदिर के अधिष्ठाता स्वामी विमर्शानंद गिरि ने भेंट कर वंदना की। जैन समाज का मेला भरा तथा स्वधर्मी वात्सलय का आयोजन हुआ।
पूजा में आचार्यश्री, मुनि व साध्वीवृंद के साथ सुनील पारख, कौशल दुग्गड़, पप्पूजी बांठिया, विचक्षण महिला मंडल ने भक्ति गीत प्रस्तुत किए। भगवान पार्श्वनाथ के सवा पांच किलों निर्वाण लड्डू चढ़ाया गया। श्रावक-श्राविकाओं ने मंदिर परिसर के शंखेश्वर पार्श्वनाथ, भगवान महावीर स्वामी, दादा गुरुदेव व अन्य जिन बिम्बों का भी दर्शन वंदन किया।
जैन समाज के मेले में जैन श्वेताम्बर तपागच्छ, पार्श्वचन्द्र, खरतरगच्छ, तेरापंथ, साधुमार्गी जैन संघ, श्री जिनेश्वर युवक परिषद, श्री अखिल भारतीय खरतरगच्छ युवा परिषद की बीकानेर शाखा के पदाधिकारी व बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं ने हिस्सा लिया।
श्री सुगन जी महाराज का उपासरा ट्रस्ट के अध्यक्ष रायसिंह खजांची व मंत्री रतन लाल नाहटा ने बताया कि अब हर वर्ष भगवान पार्श्वनाथ के निर्वाण दिवस पर अष्टमी को ही गंगेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर में पूजा व मेले का आयोजन होगा।
सुगन जी महाराज का उपासरा ट्रस्ट के अध्यक्ष रायसिंह खजांची ने बताया कि बुधवार को ढढ्ढा चौक के प्रवचन पंडाल में जाप, उसके बाद विभिन्न बाजारों में टी शर्ट वितरण, रात आठ बजे आदिश्वर मंडल की ओर से नाहटा चौक में भक्ति का आयोजन किया जाएगा।
चंद्रप्रभु मंदिर में 18 अभिषेक गुरुवार
बेगानियों के चौक के चंदा प्रभु मंदिर में गुरुवार को आचार्य श्री जिन पीयूष सागर सूरीश्वरजी के सान्निध्य में सुबह छह बजे 18 अभिषेक, दोपहर सवा बारह बजे उवसग्गहरं महापूजन होगा। इसी दिन सुगनजी महाराज के उपासरे में दोपहर ढाई बजे गवली प्रतियोगिता व शाम का कोचरों की दादाबाड़ी में कोचर मंडल की ओर से भक्ति संध्या का आयोजन किया जाएगा। शुक्रवार 16 अगस्त को बीकानेर के सभी जिनालयों में रोशनी, मूलनायक भगवान पार्श्वनाथ मंदिरों में विशेष अंगी की जाएगी। नाहटा चौक के भगवान आदिनाथ मंदिर में अयति होणे अभिषेक व बैदों के महावीर जी मंदिर मंदिर में शाम आठ बजे वीर मंडल की ओर से भक्ति की जाएगी।