कश्मीर घाटी में वंदे भारत ट्रेन की पहली सेवा जल्द शुरू होने वाली है। इससे पहले सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए तैयारियां तेज कर दी गई हैं।
जम्मू जोन के पुलिस महानिरीक्षक (IGP) भीम सेन तूती ने कटरा, रियासी और संगलदान रेलवे स्टेशनों सहित कोउरी पुल पर सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की।
इसका मुख्य उद्देश्य सुरक्षा प्रोटोकॉल, निगरानी प्रणाली और संभावित खतरों से निपटने की रणनीति को परखना था।
रेलवे स्टेशनों और पुलों पर सख्त निगरानी
वंदे भारत ट्रेन के शुरू होने से पहले सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं किया जा रहा है।
आईजीपी भीम सेन तूती ने सुरक्षाकर्मियों और अधिकारियों से बातचीत कर सुरक्षा इंतजामों का निरीक्षण किया।
कटरा, रियासी और संगलदान रेलवे स्टेशनों सहित कोउरी पुल पर खासतौर पर निगरानी बढ़ाई गई है।
सभी एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल बनाकर सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।
तेजी से आगे बढ़ रहा रेलवे प्रोजेक्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही इस सेवा का उद्घाटन करेंगे।
पिछले साल दिसंबर से कटरा-रियासी रेल ट्रैक पर यात्री और मालगाड़ियों के सफल ट्रायल रन किए गए।
15 जनवरी को रेलवे सुरक्षा आयुक्त (नॉर्दर्न सर्कल) दिनेश चंद देशवाल ने 17 किमी लंबे इस रेलखंड के संचालन को हरी झंडी दी थी।
4 जनवरी को पहली बार कटरा से बनिहाल तक इलेक्ट्रिक ट्रेन का ट्रायल रन किया गया था।
7 और 8 जनवरी को रेलवे सुरक्षा आयुक्त और उनकी टीम ने इस मार्ग पर गति परीक्षण और सुरक्षा निरीक्षण किया था।
कब तक करना होगा इंतजार?
ईटी नाउ की रिपोर्ट के मुताबिक, वंदे भारत ट्रेन को बीजेपी की नई सरकार के गठन के बाद हरी झंडी दी जाएगी।
यह ट्रेन श्री माता वैष्णो देवी कटरा से श्रीनगर तक चलेगी और बाद में इसे जम्मू तवी तक बढ़ाया जाएगा।
इसका रखरखाव और संचालन भारतीय रेलवे के नॉर्दर्न रेलवे जोन द्वारा किया जाएगा।
अब बस उद्घाटन की आधिकारिक घोषणा का इंतजार है, जिसके बाद कश्मीर को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने के लिए यह ऐतिहासिक सेवा शुरू हो जाएगी।