90 फीसदी मानसिक बीमारियों के लिए ऑफिस जिम्मेदार, जानिए कैसे पाएं इनसे छुटकारा

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स्वास्थ्य: नौकरीपेशा लोग अपने कार्यस्थल पर 10-12 घंटे व्यतीत करें। लेकिन हर किसी का कार्यस्थल अलग-अलग होता है। यदि किसी व्यक्ति का कार्यस्थल तनाव से भरा है, तो इसका सीधा असर उनके मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। कार्यस्थल पर खराब माहौल के कारण मन और शरीर दोनों यात्रा करते हैं। अगर कोई व्यक्ति काम के कारण पूरे दिन तनाव महसूस करता है तो इसके कारण उसे कई शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

अक्सर कामकाजी व्यक्ति अवसाद, तनाव या चिंता जैसी कई मानसिक समस्याओं से ग्रस्त रहते हैं, जिसका मुख्य कारण यह है कि वे अपने काम को प्रभावी ढंग से प्रबंधित नहीं कर पाते हैं और इस कारण काम समय पर पूरा नहीं हो पाता है। इसके कारण काम का दबाव इतना अधिक होता है कि यह अंततः अवसाद का रूप ले लेता है और इसका असर आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों पर पड़ता है।

ऑफिस के तनाव को कैसे नियंत्रित करें?

ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि कैसे आप इन चार तरीकों से अपने ऑफिस के तनाव को आसानी से कम कर सकते हैं।

जब भी आप घर से ऑफिस जाएं तो अपने काम की समीक्षा खुद करें। अपने लिए 10 मिनट का समय निकालें और सवालों के जवाब दें, क्या आप अच्छा काम कर रहे हैं? आपकी रणनीति क्या है?

आप अपना काम कैसे आगे बढ़ाएंगे? अपने आप से ऐसे प्रश्न पूछें और उत्तर खोजें। इससे आप अपना काम स्वयं प्रबंधित कर सकेंगे और अपना मूल्यांकन भी कर सकेंगे।

आप जो काम कर रहे हैं वह हमेशा भविष्योन्मुखी होना चाहिए। भविष्य में आप किस तरह का काम करेंगे और किस तरह अपनी रणनीति बनाएंगे, इसकी योजना बनाना आपके लिए जरूरी है।

अगर आप अपने भविष्य की योजना मन में बना लेंगे तो आपको छोटे-छोटे काम निपटाने में दिक्कत नहीं आएगी, क्योंकि आपका दृष्टिकोण व्यापक है और आपका लक्ष्य भविष्योन्मुखी है, इससे आपके ऑफिस में तनाव भी कम होगा