ओडिशा सरकार ने राज्य में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए 4,222.24 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को मंजूरी दी है। ये कदम राज्य में 15,497 नई नौकरियां पैदा करेगा और औद्योगिक गतिविधियों को गति देगा। इस पहल से राज्य के विभिन्न जिलों में आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और ओडिशा को एक मजबूत औद्योगिक आधार प्रदान करने में मदद मिलेगी।
25 प्रोजेक्ट्स को मिली मंजूरी
मुख्य सचिव मनोज आहूजा की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय एकल खिड़की मंजूरी प्राधिकरण ने 1 जनवरी को 25 निवेश प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी।
- इन प्रोजेक्ट्स का फोकस हरित ऊर्जा उपकरण, औषधि, कपड़ा, प्लास्टिक, और फूड प्रोसेसिंग जैसे क्षेत्रों पर है।
- यह फैसला ‘उत्कर्ष ओडिशा – मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव 2025’ बिजनेस शिखर सम्मेलन से पहले लिया गया है, जो राज्य में निवेश को आकर्षित करने का एक बड़ा मंच होगा।
प्रमुख प्रोजेक्ट्स और निवेश विवरण
औषधि विनिर्माण इकाई – हेट्रो लैब्स लिमिटेड
- जिला: गंजाम
- लागत: ₹700 करोड़
- उद्देश्य: राज्य में औषधि उत्पादन को बढ़ावा देना।
टाइटेनियम स्लैग प्लांट – श्याम मेटलिक्स स्पेशलिटी अलॉय प्राइवेट लिमिटेड
- जिला: संबलपुर
- लागत: ₹710 करोड़
- उद्देश्य: टाइटेनियम स्लैग उत्पादन में वृद्धि।
इन जिलों को होगा फायदा
इन निवेश प्रोजेक्ट्स से ओडिशा के 11 जिलों को सीधा लाभ मिलेगा:
- अंगुल
- गंजाम
- खोरधा
- नवरंगपुर
- कटक
- झारसुगुड़ा
- बारगढ़
- संबलपुर
- सुंदरगढ़
- पुरी
- कंधमाल
इन प्रोजेक्ट्स से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और औद्योगिक आधार को मजबूती मिलेगी।
‘उत्कर्ष ओडिशा – मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव 2025’ का महत्व
यह बिजनेस शिखर सम्मेलन राज्य में निवेश और औद्योगिक विकास को तेज करने का एक बड़ा मंच होगा।
- निवेश प्रस्तावों की मंजूरी से संकेत मिलता है कि ओडिशा सरकार उद्योगों को अनुकूल वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
- यह पहल स्थानीय रोजगार के साथ-साथ आर्थिक विकास को भी गति देगी।
ओडिशा के लिए आर्थिक विकास के फायदे
- रोजगार सृजन:
- 15,497 नई नौकरियां राज्य में स्थानीय लोगों के लिए अवसर बनाएंगी।
- आर्थिक मजबूती:
- बड़े पैमाने पर निवेश से राज्य का औद्योगिक आधार और मजबूत होगा।
- निवेश आकर्षण:
- इन प्रोजेक्ट्स से राज्य में नए क्षेत्रों में निवेशकों का ध्यान जाएगा।