Odisha Cuttack Clashes : कटक में दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान भड़की हिंसा, क्यों जला ओडिशा का शांतिपूर्ण शहर?
News India Live, Digital Desk: Odisha Cuttack Clashes : ओडिशा का कटक शहर, जिसे अपनी शांतिपूर्ण विरासत और धार्मिक सौहार्द के लिए जाना जाता है, पिछले साल दुर्गा पूजा मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा से दहल उठा था। एक छोटे से विवाद ने ऐसी आग पकड़ी कि शहर के कई इलाकों में कर्फ्यू लगाना पड़ा, इंटरनेट सेवाएं बंद करनी पड़ीं और प्रशासन को उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने पड़े। इस घटना ने एक बार फिर त्योहारों के दौरान कानून-व्यवस्था की चुनौतियों को सामने ला दिया था।
कैसे शुरू हुआ था बवाल?
यह घटना पिछली 4 और 5 अक्टूबर, 2024 की रात को कटक के दारघा बाजार इलाके में हुई थी। झांझिरी मंगला भगबत पूजा कमेटी का दुर्गा मूर्ति विसर्जन जुलूस जब देवीगाड़ा जा रहा था, तब तेज आवाज में संगीत बजाने को लेकर कुछ स्थानीय लोगों ने आपत्ति जताई थी यह छोटी सी बहस जल्द ही बड़े विवाद में बदल गई और दोनों तरफ से पथराव होने लगा, जिससे कई लोग घायल हो गए। इन घायलों में कटक के तत्कालीन डीसीपी ऋषिकेश खिलारी समेत करीब आठ पुलिसकर्मी भी शामिल थे। हिंसा में कई वाहनों और दुकानों को भी भारी नुकसान पहुँचा था।
शनिवार को स्थिति कुछ शांत होने के बाद, अगले दिन रविवार, 5 अक्टूबर को तनाव फिर से भड़क गया, जब विश्व हिंदू परिषद (VHP) द्वारा निकाली गई एक बाइक रैली को पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में जाने से रोका। पुलिस की अनुमति न होने के बावजूद रैली आगे बढ़ी और जब पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिसमें फिर से कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस दौरान कुछ जगहों पर आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं भी हुईं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस का प्रयोग करना पड़ा था।
प्रशासन की सख्ती और उसके परिणाम
बिगड़ते हालात को देखते हुए, प्रशासन ने फौरन कार्रवाई की। रविवार रात 10 बजे से कटक के 13 पुलिस थाना क्षेत्रों में 36 घंटे का कर्फ्यू लगा दिया गया था। इनमें दारघा बाजार, मंगलबाग, कैंटोनमेंट, पुरीघाट, लालबाग, बिडानासी, मरकट नगर, सीडीए फेज 2, मालगोदाम, बदामबाड़ी, जगतपुर, बयालीस मौजा और सदर पुलिस स्टेशन जैसे मुख्य इलाके शामिल थे।
अफवाहों और भड़काऊ संदेशों को फैलने से रोकने के लिए कटक शहर और आसपास के इलाकों में इंटरनेट सेवाएं और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (जैसे व्हाट्सएप, फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम) को अगले 36 घंटों के लिए निलंबित कर दिया गया था उस समय, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी लोगों से शांति बनाए रखने और सांप्रदायिक सौहार्द का आह्वान किया था।
इस घटना के सिलसिले में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया था और सीसीटीवी फुटेज व ड्रोन तस्वीरों की मदद से अन्य आरोपियों की पहचान करने के प्रयास जारी थे। कटक में तैनात भारी पुलिस बल और वरिष्ठ अधिकारियों की कड़ी निगरानी के बाद धीरे-धीरे शांति बहाल हो पाई थी।
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