बालों का सफेद होना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, लेकिन जब बाल कम उम्र में ही सफेद होने लगें तो यह चिंता का विषय बन जाता है। आजकल प्री-मैच्योर ग्रेइंग (Premature Greying) यानी समय से पहले बाल सफेद होने की समस्या तेजी से बढ़ रही है। 40, 30 या इससे भी कम उम्र के लोग इस समस्या का सामना कर रहे हैं। यहां तक कि कॉलेज जाने वाले युवाओं में भी असमय बाल सफेद होने के मामले देखे जा रहे हैं।
बालों के समय से पहले सफेद होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे जेनेटिक्स, तनाव और पोषक तत्वों की कमी। शरीर में कुछ महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की कमी से बालों का रंग फीका पड़ सकता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कौन-कौन से पोषक तत्वों की कमी से बाल सफेद होते हैं और इनकी पूर्ति कैसे करें।
विटामिन B12 की कमी से बाल सफेद होना (Vitamin B12 Deficiency)
विटामिन B12 क्यों है जरूरी?
विटामिन B12 हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी पोषक तत्व है। यह रेड ब्लड सेल्स (Red Blood Cells) बनाने में मदद करता है और शरीर के हर हिस्से में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है। जब शरीर में विटामिन B12 की कमी होती है, तो बालों तक सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती। इसके कारण हेयर फॉलिकल्स कमजोर हो जाते हैं और मेलेनिन (Melanin) का उत्पादन बंद हो जाता है। मेलेनिन ही बालों को प्राकृतिक रूप से काला रंग देता है।
कम उम्र में सफेद बालों के पीछे ये हैं विटामिन B12 की कमी के लक्षण:
- बालों का झड़ना (Hair Loss):
विटामिन B12 की कमी से सिर के बाल झड़ने लगते हैं। सिर में पैचेस या गुच्छों में बाल गिरने की समस्या हो सकती है। - बालों का पतला होना (Hair Thinning):
इस कमी के कारण बाल पतले और कमजोर हो जाते हैं, जिससे बालों का घनापन कम हो जाता है। - रूखे और बेजान बाल (Dry Hair):
विटामिन B12 की कमी से बाल रूखे और कमजोर हो जाते हैं, जिससे वे आसानी से टूटने लगते हैं।
विटामिन B12 के लिए क्या खाएं? (Foods Rich in Vitamin B12)
विटामिन B12 की कमी को दूर करने के लिए आपको अपने आहार में इन चीजों को शामिल करना चाहिए:
- दूध और डेयरी प्रॉडक्ट्स (Milk and Dairy Products):
दूध, दही, पनीर और छाछ में विटामिन B12 प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। - अंडे (Eggs):
अंडे के सफेद और पीले भाग में विटामिन B12 होता है, जो बालों की सेहत के लिए फायदेमंद है। - फोर्टिफाइड अनाज (Fortified Cereals):
ऐसे अनाज जिनमें विटामिन B12 मिलाया गया हो, जैसे फोर्टिफाइड ओट्स और मूसली का सेवन करें। - फैटी फिश (Fatty Fish):
सैल्मन, टूना, मैकेरल और सार्डिन जैसी मछलियों में विटामिन B12 भरपूर मात्रा में होता है। - बीन्स और दालें (Beans and Lentils):
राजमा, छोले, मूंग दाल और मटर का सेवन करने से भी विटामिन B12 की कमी पूरी होती है।
विटामिन B12 की कमी के अन्य कारण
- शाकाहारी भोजन (Vegetarian Diet):
शाकाहारी लोगों में विटामिन B12 की कमी का खतरा अधिक होता है क्योंकि यह मुख्य रूप से पशु-आधारित खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। - पाचन समस्याएं (Digestive Issues):
कुछ पाचन समस्याएं जैसे पर्निशियस एनीमिया या आईबीएस (IBS) विटामिन B12 के अवशोषण में बाधा डालती हैं। - बढ़ती उम्र (Age Factor):
उम्र बढ़ने के साथ शरीर विटामिन B12 को ठीक से अवशोषित नहीं कर पाता, जिससे इसकी कमी हो सकती है। - शराब का सेवन (Alcohol Consumption):
अत्यधिक शराब पीने से भी विटामिन B12 की कमी हो सकती है।
विटामिन B12 की कमी से बचने के लिए टिप्स
- संतुलित आहार:
अपनी डाइट में विटामिन B12 से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करें। - सप्लीमेंट्स:
अगर प्राकृतिक आहार से पर्याप्त विटामिन B12 नहीं मिल पा रहा है, तो डॉक्टर की सलाह से विटामिन B12 सप्लीमेंट्स ले सकते हैं। - नियमित जांच:
समय-समय पर विटामिन B12 की जांच करवाते रहें ताकि कमी का पता लग सके। - व्यायाम और योग:
नियमित एक्सरसाइज और योग से बालों की सेहत में सुधार होता है।