बिहार में एनआरआई की हत्या: बिहार के वैशाली जिले में बदमाशों ने एक एनआरआई की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना शुक्रवार की सुबह हाजीपुर-जंदाहा मुख्य मार्ग पर राजापाकर क्षेत्र के उफरौल देनी पुल स्थित एनवीआई इंकथा के पास घटी। मृतक की पहचान जंदाहा क्षेत्र के सकरौली बुचौली निवासी रामाशंकर चौधरी के पुत्र राहुल आनंद के रूप में हुई है। राहुल होली के त्यौहार के लिए अमेरिका से अपने गांव आये थे। बताया जा रहा है कि दो बाइक सवार लुटेरों ने उन्हें उस समय गोली मार दी जब उन्होंने अपने गले से सोने की चेन छीनने का विरोध किया। अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
जानकारी के अनुसार, एनआरआई राहुल आनंद अपनी मां के साथ हाजीपुर दिघी कला पूर्वी स्थित अपने घर से बाइक पर सवार होकर गांव की ओर निकले थे। वे अभी एनएच 322 पर उफरौल देनी पुल के पास पहुंचे ही थे कि बाइक सवार दो अपराधियों ने उनकी गाड़ी रोक ली। बदमाशों ने उनके गले से चेन छीनने का प्रयास किया। जब उन्होंने विरोध किया तो उन्हें पीठ में गोली मार दी गई और वे भाग गए। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस की मदद से उसे गंभीर हालत में निजी अस्पताल ले जाया गया। बेहतर इलाज के लिए उन्हें पटना के एक बड़े निजी अस्पताल में रेफर किया गया, लेकिन इलाज के दौरान राहुल की मौत हो गई।
चेन स्नैचिंग के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे एनआरआई की हत्या से गांव का हर व्यक्ति स्तब्ध है। गोली की सूचना मिलते ही राजापाकर थाना व देसरी पुलिस मौके पर पहुंची। राहुल आनंद इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद अमेरिका में काम कर रहे थे। वह एक सप्ताह पहले ही अमेरिका से गांव आया था। उनकी पत्नी अपनी 6 साल की बेटी के साथ हाजीपुर में रहती हैं। वह एक निजी स्कूल में शिक्षिका है। दोनों की शादी 8 साल पहले हुई थी। राहुल गांव आया हुआ था और अपने पुश्तैनी मकान की मरम्मत करवा रहा था। राहुल के बड़े भाई रवि भूषण चौधरी हाजीपुर कोर्ट में वकील हैं।
बुधवार की शाम राहुल अपनी मां को गांव से हाजीपुर ले गया। शुक्रवार सुबह करीब आठ बजे वह अपनी मां के साथ बाइक से गांव लौटा। रास्ते में उनके साथ एक घटना घटी। गोलीबारी के बाद हमलावर भाग गए। पोस्टमार्टम के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया है। इस मामले में वैशाली पुलिस एसपी ने बयान जारी कर कहा कि अपराधियों की पहचान कर ली गई है। आरोपी पहले से ही एक अन्य मामले में फरार है। उस पर 25 हजार का इनाम रखा गया है। गिरफ्तारी के लिए एसडीपीओ महुआ के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है।