मान लीजिए आपके पास एक व्यावसायिक संपत्ति है जिसकी मरम्मत या पेंटिंग आदि की आवश्यकता है। इसके लिए आपको धन की आवश्यकता है लेकिन आपके पास वह भी नहीं है। आप प्रॉपर्टी को गिरवी रखकर मोर्टगेज (बिना गारंटी के लोन) ले सकते हैं लेकिन आप ऐसा नहीं करना चाहते हैं। ऐसे में आप एक और काम कर सकते हैं वह है किराये की आय पर लोन लेना। इसके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं. अगर आपके पास कोई व्यावसायिक संपत्ति है जिससे आप किराया (Loan on renting properties) कमाने की उम्मीद करते हैं तो बैंक आपको लोन दे सकते हैं।
यह लोन आपको कई बैंक देते हैं. हालाँकि यह लोन कमर्शियल प्रॉपर्टी पर मिलता है, लेकिन कई बैंक आपको आवासीय संपत्ति पर किराये की आय पर भी लोन देते हैं। आइए जानते हैं कि इस लोन (किराये की आय पर लोन) लेने के लिए किन शर्तों को पूरा करना होगा?
कौन सी शर्तें पूरी करनी होंगी?
संपत्ति पहले भी किराए पर दी गई है और भविष्य में भी इसे किराए पर दिए जाने की संभावना है (किराये की आय पर ऋण)।
संपत्ति पर निर्माण स्थानीय निगम प्राधिकरण की अनुमति से किया जाना चाहिए।
आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो और आप कर्ज चुका सकें।
संपत्ति मालिक और किरायेदार के बीच एक ठोस किराया समझौता होना चाहिए।
किन दस्तावेजों की होगी जरूरत?
एक आवेदन पत्र जो ठीक से भरा गया हो। (ऋण आवेदन प्रक्रिया)
पासपोर्ट साइज फोटो.
पहचान पत्र की फोटोकॉपी. इसमें पैन कार्ड, वोटर आईडी और आधार कार्ड शामिल है।
निवास का प्रमाण, जैसे बिजली या टेलीफोन बिल।
यदि आवश्यक हो तो व्यवसाय या आय प्रमाण की एक प्रति।
पिछले 3 वर्षों का आयकर रिटर्न (आईटीआर फ़ाइल)।
संपत्ति से संबंधित सभी प्रकार के दस्तावेज।
रेंटल एग्रीमेंट।
क्या फायदा है
लोन बहुत जल्दी और आसानी से स्वीकृत हो जाता है. पर्सनल लोन की तुलना में सस्ती ब्याज दरें. पुनर्भुगतान अवधि 10-15 वर्ष (ऋण पुनर्भुगतान)। संपत्ति के बाजार मूल्य की 70-90 प्रतिशत राशि का लोन स्वीकृत किया जाता है (लोन कैसे प्राप्त करें)। यह लोन आपको 3.85 फीसदी की बेस ब्याज दर पर मिलना शुरू हो जाता है.