मानसरोवर में अब सड़कों पर नही भरेगा पानी, प्रशासन ने कसी कमर

जयपुर, 2 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री भजनलाल के विधानसभा क्षेत्र के सबसे अविकसित क्षेत्र मानसरोवर की काया पलटने के लिए पूरा प्रशासन जुट गया है। पहले जेडीए ने यहां पर सेक्टर सड़कों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की, इसके अलावा यहां पर सीवरेज, ड्रेनेज सहित अन्य काम करवाए जा रहे है। वहीं अब निगम में भी अपने क्षेत्र की कॉलोनियों के डवलपमेंट में जुट गई है। इसी के तहत नगर निगम ने मानसरोवर के उन स्थानों को चिन्हित करना शुरू कर दिया, जहां पर बारिश के दौरान जलभराव होता है। सर्वे के बाद निगम इन जगहों पर वॉटर हार्वेस्टिंग सहित अन्य काम करवाएगी। वहीं जलभराव वाले इलाकों में नालों की सफाई सहित अन्य कामों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिन स्थानों पर सीवरेज और ड्रेनेज नहीं है। निगम अपने क्षेत्राधिकार वाले एरिए में विकास कार्य करवाएगा। मानसरोवर नगर निगम ग्रेटर के क्षेत्राधिकार में आता है यहां पर महापौर भी भाजपा की है।

नगर निगम ग्रेटर के अधिकारियों ने मंगलवार को तकनीकी टीम के साथ बरसात में जलभराव के संभावित स्थल, सीवरेज और नालों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के बाद अधिकारियों को इनकों को दुरुस्त करने का निर्देश दिए। जलभराव वाले स्थलों पर निगम इस मानसूनी सीजन में ही वाटर हार्वेस्टिंग बनाने की तैयारी कर रहा है। नगर निगम ग्रेटर के क्षेत्राधिकार में मानसरोवर में एक दर्जन से ज्यादा स्थान ऐसे है जहां पर बारिश के दौरान जलभराव होता है। इन स्थानों पर सड़क निर्माण की खामियों को सुधारने के साथ यहां पर वाटर हार्वेस्टिंग बनाने की योजना है। नगर निगम मानसरोवर की नालियों को साफ करने के साथ मरम्मत का काम भी करने में जुटा है।

नगर निगम ग्रेटर आयुक्त रूकमणि रियाड़ ने बताया कि आमजन को बारिश के दौरान जलभराव से किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए निगम अपने स्तर पर हरसंभव प्रयास कर रहा है। आगामी समय में जलभराव वाले स्थानों पर वाटर हार्वेस्टिंग बनाने की योजना है। इसे जल्द ही अमल में लाया जाएगा। सड़क निर्माण में खामी के चलते जिन स्थानों पर पानी भरता है उनकों भी ठीक करवाया जाएगा।