अब रामलला के दर्शन के बाद सीधे पहुँचें भोलेनाथ के द्वार, सिर्फ 2 घंटे में! अयोध्या-काशी के बीच बिछ रहा है 'सुपरफास्ट' एक्सप्रेसवे
अयोध्या में भव्य राम मंदिर के दर्शन... और फिर वहीं से सीधे बाबा विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी! अब तक जो सपना हर श्रद्धालु और पर्यटक देखता था, वो अब हकीकत बनने जा रहा है। घंटों का लंबा और थकाऊ सफर अब बीते दिनों की बात होने वाली है।
केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश को एक ऐसा शानदार तोहफा दिया है, जो न सिर्फ दो पावन नगरियों को जोड़ेगा, बल्कि पूरे पूर्वांचल की तकदीर बदल कर रख देगा। अयोध्या और वाराणसी के बीच एक बिल्कुल नए, हाई-स्पीड एक्सप्रेसवे के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है।
5 घंटे का सफर अब सिर्फ 120 मिनट का!
सोचिए, अभी अयोध्या से वाराणसी जाने में सड़क के रास्ते करीब 4 से 5 घंटे या उससे भी ज़्यादा लग जाते हैं। लेकिन यह नया एक्सप्रेसवे बनने के बाद यही 200 किलोमीटर का सफर सिमटकर सिर्फ 2 घंटे का रह जाएगा! जी हाँ, यह कोई सपना नहीं है। यह एक्सप्रेसवे ऐसा बनेगा कि गाड़ियां बिना किसी रुकावट के तेज रफ्तार से दौड़ सकेंगी।
कहां तक पहुंचा है काम?
इस सपने को हकीकत में बदलने की पहली सीढ़ी भी चढ़ ली गई है। NHAI (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) ने इस एक्सप्रेसवे को बनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। यानी अब कागजों से निकलकर यह प्रोजेक्ट जमीन पर उतरने के लिए पूरी तरह तैयार है।
यह सिर्फ एक सड़क नहीं, तरक्की का नया रास्ता है
यह एक्सप्रेसवे सिर्फ श्रद्धालुओं के लिए ही वरदान नहीं होगा, बल्कि इसके कई और बड़े फायदे हैं:
- पर्यटन को लगेंगे पंख: जब दो सबसे बड़े धार्मिक स्थल सिर्फ 2 घंटे की दूरी पर होंगे, तो देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी उछाल आएगा। लोग एक ही दिन में दोनों जगहों के दर्शन आसानी से कर पाएंगे।
- व्यापार और उद्योग को मिलेगी रफ्तार: अच्छी सड़कें किसी भी इलाके के विकास की रीढ़ होती हैं। इस एक्सप्रेसवे के बनने से अयोध्या, वाराणसी और इनके बीच में आने वाले इलाकों में व्यापार, उद्योग और रोजगार के अनगिनत नए अवसर पैदा होंगे।
- बदल जाएगी पूर्वांचल की तस्वीर: यह एक्सप्रेसवे 'नए उत्तर प्रदेश' की उस भव्य तस्वीर का एक अहम हिस्सा है, जहाँ आस्था और विकास साथ-साथ चल रहे हैं। यह सिर्फ दो शहरों को नहीं, बल्कि लाखों लोगों की उम्मीदों को आपस में जोड़ेगा।
तो तैयार हो जाइए, जल्द ही आप अपनी गाड़ी से श्रीराम की नगरी से निकलेंगे और पलक झपकते ही खुद को महादेव की नगरी काशी में पाएंगे। यह सफर सिर्फ दूरी कम नहीं करेगा, बल्कि आपके अनुभव को यादगार बना देगा।
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