EPFO News: नौकरीपेशा लोगों के लिए राहत भरी खबर है। अब ईपीएफओ से पैसा निकालने की प्रक्रिया बेहद आसान हो गई है। दरअसल, ईपीएफओ ने दावा निपटान प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। ईपीएफओ कार्यालय के अनुसार, ऑटो मोड क्लेम सेटलमेंट अब सिर्फ 3 दिन में हो रहा है। जबकि, ईपीएफओ के अनुसार, विभाग ने चालू वित्त वर्ष के दौरान 6 मार्च तक लगभग 2.16 करोड़ वाहन दावों का निपटान कर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। जबकि वित्तीय वर्ष 2023-24 में इसी अवधि में यह मात्र 89.52 लाख थी।
ऑटो मोड प्रोसेसिंग के जरिए अग्रिम दावा राशि बढ़ाकर 1 लाख रुपये की गई…
इस बारे में केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने कहा है कि ईपीएफओ 99.31 फीसदी से अधिक दावे ऑनलाइन प्राप्त कर रहा है और इसके लिए क्षेत्रीय कार्यालय जाने की जरूरत नहीं है। पीआईबी के अनुसार, ऑटो मोड प्रोसेसिंग के जरिए अग्रिम दावा राशि की सीमा बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दी गई है। इसके अलावा, कर्मचारी किसी भी बीमारी, अस्पताल में भर्ती होने, घर, शिक्षा और शादी के लिए (अग्रिम) ऑटो मोड प्रोसेसिंग के जरिए अपना पैसा निकाल सकते हैं।
ईपीएफओ के हस्तक्षेप की नहीं होगी जरूरत…
ईपीएफओ के अनुसार विभाग ने सदस्यों के विवरण में सुधार की प्रक्रिया को सरल बना दिया है। अब आधार-सत्यापित यूएएन वाले सदस्य बिना किसी ईपीएफओ हस्तक्षेप के स्वयं अपनी आईडी से सुधार कर सकते हैं। वर्तमान में लगभग 96 प्रतिशत संशोधन किसी ईपीएफ कार्यालय के हस्तक्षेप के बिना किए जा रहे हैं।
अब सिर्फ 10 फीसदी ट्रांसफर दावों में ही सदस्य और नियोक्ता का सत्यापन जरूरी है।ईपीएफओ
कार्यालय के मुताबिक वित्त वर्ष 2024-25 में 6 मार्च तक करीब 7.14 करोड़ दावे ऑनलाइन मोड में दाखिल किए जा चुके हैं। विभाग के अनुसार, व्यक्तियों के लिए स्थानांतरण दावा प्रस्तुत करने के अनुरोध में आधार-सत्यापित यूएएन के नियोक्ता द्वारा सत्यापन की आवश्यकता को हटा दिया गया है। अब केवल 10 प्रतिशत स्थानांतरण दावों के लिए सदस्य और नियोक्ता सत्यापन की आवश्यकता होती है।