अब लखनऊ-दिल्ली और भी पास! मुरादाबाद से कन्नौज तक बनेगा 'रॉकेट' जैसा एक्सप्रेसवे, इन 6 जिलों की चमकेगी किस्मत

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश, जो अब 'एक्सप्रेसवे प्रदेश' के नाम से अपनी नई पहचान बना रहा है, ने एक और बड़े और गेम-चेंजर प्रोजेक्ट पर मुहर लगा दी है. अगर आप भी पश्चिमी यूपी में रहते हैं और लखनऊ या दिल्ली के लिए लंबा, थका देने वाला सफर करते हैं, तो यह खबर आपके चेहरे पर मुस्कान ला देगी.

अब मुरादाबाद, संभल, बदायूं जैसे जिलों से कन्नौज तक का सफर सिर्फ 2-3 घंटों में सिमटने वाला है. केंद्र सरकार ने मुरादाबाद-कन्नौज ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण को हरी झंडी दे दी है. यह सिर्फ एक सड़क नहीं, बल्कि तरक्की का एक नया 'गेटवे' है जो लाखों लोगों की जिंदगी बदलने वाला है.

क्या है यह 'ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे'?

'ग्रीनफील्ड' का सीधा मतलब है - पुरानी सड़क को चौड़ा करने की बजाय, खेतों और खाली जमीनों के बीच से एक बिल्कुल नई, सीधी और सुपर फास्ट सड़क बनाना.

  • कितना लंबा, कहां से कहां तक?: यह शानदार 6-लेन का एक्सप्रेसवे 270 किलोमीटर लंबा होगा, जो मुरादाबाद से शुरू होकर सीधा कन्नौज तक जाएगा.
  • इन जिलों की बदलेगी तकदीर: यह एक्सप्रेसवे मुरादाबाद के अलावा बिजनौर, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर और फर्रुखाबाद जैसे जिलों से होकर गुजरेगा, जिससे इन इलाकों की किस्मत चमक जाएगी.

आपकी जिंदगी पर क्या होगा इसका असर?

यह प्रोजेक्ट सिर्फ ईंट और कंक्रीट की सड़क नहीं है, बल्कि यह आपकी जिंदगी को कई तरीकों से आसान बनाएगा.

  1. घंटों का सफर मिनटों में: सबसे बड़ा फायदा होगा समय की बचत. मुरादाबाद से कन्नौज का सफर, जिसमें अभी  6-7 घंटे लग जाते हैं, वह इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद सिर्फ 2.5 से 3 घंटों में पूरा हो जाएगा.
  2. सीधे गंगा एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी: इस एक्सप्रेसवे का सबसे बड़ा 'एक्स-फैक्टर' यह है कि यह कन्नौज के पास सीधा गंगा एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा. इसका मतलब है कि अब पश्चिमी यूपी के लोग बिना लखनऊ या किसी शहर के ट्रैफिक में फंसे, सीधा प्रयागराज, वाराणसी और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे तक पहुंच सकेंगे. दिल्ली-लखनऊ का सफर और भी तेज हो जाएगा.
  3. तरक्की की लगेगी 'बूस्टर डोज': अच्छी सड़कें हमेशा अपने साथ तरक्की लेकर आती हैं. इस एक्सप्रेसवे के बनने से इलाके में व्यापार बढ़ेगा, नए उद्योग लगेंगे और युवाओं के लिए रोजगार के मौके पैदा होंगे. किसान अपनी फसल आसानी से बड़ी मंडियों तक ले जा सकेंगे.

क्या है आगे का प्लान?

इस प्रोजेक्ट के लिए जमीन अधिग्रहण (Land Acquisition) का काम जल्द ही शुरू होने वाला है. उम्मीद है कि यह एक्सप्रेसवे आने वाले कुछ ही सालों में बनकर तैयार हो जाएगा, जो उत्तर प्रदेश की विकास की कहानी में एक नया और सुनहरा अध्याय जोड़ेगा.

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