रोहित शर्मा बनाम विराट कोहली: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम की हालत किसी से अनजान नहीं है। शायद यही वजह है कि पांचवें टेस्ट में जसप्रीत बुमराह को टीम की कप्तानी सौंपी गई और रोहित शर्मा को प्लेइंग इलेवन से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. हालांकि कहा जा रहा है कि रोहित शर्मा ने खुद टीम हित में ये फैसला लिया है. लेकिन सच्चाई क्या है ये सभी जानते हैं. कोई भी कप्तान खुद प्लेइंग इलेवन से अपना नाम वापस नहीं लेता. इस बीच खास बात ये है कि रोहित शर्मा तो प्लेइंग इलेवन से बाहर हैं, लेकिन विराट कोहली अभी भी क्यों खेल रहे हैं. पिछले पांच सालों में विराट कोहली का प्रदर्शन रोहित शर्मा से भी खराब रहा है. क्या इसमें विराट कोहली का हाथ है या उन्हें आखिरी मौका दिया जा रहा है?
रोहित शर्मा का पिछले पांच साल का टेस्ट रिकॉर्ड
आइए एक नजर डालते हैं रोहित शर्मा और विराट कोहली के जनवरी 2020 से दिसंबर 2024 तक के पिछले पांच सालों के आंकड़ों पर. सबसे पहले बात करते हैं रोहित शर्मा की, जो फिलहाल सिडनी टेस्ट की प्लेइंग इलेवन से बाहर हैं. इस बीच रोहित ने 63 टेस्ट पारियां खेलकर 2160 रन बनाए. इस दौरान रोहित ने 36 की औसत और 55.03 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की. रोहित ने इस दौरान 6 शतक लगाए और उनका सर्वोच्च स्कोर 161 रन रहा.
रोहित से भी खराब प्रदर्शन कोहली का
आइए अब एक नजर डालते हैं विराट कोहली के आंकड़ों पर. कोहली ने जनवरी 2020 से दिसंबर 2024 तक 67 टेस्ट पारियां खेली हैं. जिसमें उन्होंने 2005 रन बनाए. इस बीच कोहली का औसत 31.33 का रहा और उन्होंने 49.26 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की. जिसमें कोहली ने तीन टेस्ट खेले और उनका उच्चतम स्कोर 186 रन रहा. यानी दोनों खिलाड़ियों ने लगभग बराबर पारियां खेली हैं. लेकिन फिर भी रोहित शर्मा विराट कोहली से थोड़ा आगे हैं.
इतने खराब प्रदर्शन के बावजूद कोहली को टीम में क्यों शामिल किया गया?
हालाँकि, यह सच है कि रोहित शर्मा उस तरह का प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं जैसा उन्हें करना चाहिए था। लेकिन यहां सवाल ये है कि आखिर कोहली ने ऐसा क्या किया कि वो अब भी प्लेइंग इलेवन में अपनी जगह बरकरार रख पाए हैं? ये आंकड़े दिसंबर 2024 तक के हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रहे पांचवें मैच में उनका शर्मनाक प्रदर्शन रहा। वह 69 गेंदों पर सिर्फ 17 रन बना सके और पारी के दौरान एक भी चौका नहीं लगाया। इससे समझा जा सकता है कि रोहित ही नहीं कोहली भी इस मैच की प्लेइंग इलेवन से बाहर हो सकते हैं. लेकिन इतने खराब प्रदर्शन के बावजूद उन्होंने टीम में अपनी जगह बरकरार रखी है जो हैरान करने वाली बात है.