अब आधी रात को भी मिलेगा गरमा-गरम खाना, दिल्ली में सजने जा रहा है इंदौर जैसा 'नाइट फूड बाज़ार'

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अक्सर रात को 10-11 बजते ही दिल्ली की सड़कें शांत होने लगती हैं और भूख लगने पर अच्छे खाने की जगह ढूंढना एक चुनौती बन जाता है। लेकिन अब यह कहानी बदलने वाली है। देश की राजधानी अब रात में सोएगी नहीं, बल्कि अपने सबसे मशहूर जायकों के साथ जागेगी!

एनडीएमसी (NDMC) ने दिल्ली वालों को एक बड़ा तोहफा देते हुए शहर में देर रात तक गुलजार रहने वाले 'फूड मार्केट' को हरी झंडी दे दी है। यह कोई मामूली बाज़ार नहीं होगा, बल्कि इसे इंदौर के विश्व प्रसिद्ध '56 दुकान' मॉडल की तर्ज पर तैयार किया जाएगा।

कहाँ और कैसे सजेगी यह महफ़िल?

इस योजना के तहत, दिल्ली के जाने-माने फूड आउटलेट्स को शहर के कुछ चुनिंदा इलाकों में अपने फूड ट्रक लगाने की इजाज़त दी जाएगी। इसके लिए सबसे पहले कनॉट प्लेस (CP) और लोधी रोड जैसे पॉश इलाकों को चुना जा रहा है।

ज़रा सोचिए, रात के सन्नाटे में कनॉट प्लेस का दिल एक बार फिर धड़क रहा होगा, जहाँ जगमगाती रोशनियों के बीच फूड ट्रकों की लंबी कतारें लगी होंगी। एक तरफ गरमा-गरम छोले-भटूरे की खुशबू हवा में घुली होगी, तो दूसरी तरफ कोई अपने पसंदीदा पास्ता और पिज्जा का लुत्फ उठा रहा होगा।

अब नहीं होगा जाम और गंदगी का झंझट

इस पहल की सबसे खास बात यह है कि यह पूरी तरह से व्यवस्थित होगी। शहर में कहीं भी फूड ट्रक खड़े करने की इजाज़त नहीं होगी, बल्कि इनके लिए एक खास 'फूड हब' बनाया जाएगा। इससे ट्रैफिक जाम की समस्या नहीं होगी और साफ-सफाई का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा। हर फूड ट्रक वाले की यह ज़िम्मेदारी होगी कि वह ग्राहकों को साफ़-सुथरा और बेहतरीन खाना परोसे।

दिल्ली को मिलेंगे कई फायदे

  • बदलेगी नाइटलाइफ़: युवाओं और परिवारों को देर रात दोस्तों के साथ घूमने और समय बिताने के लिए एक नई और सुरक्षित जगह मिलेगी।
  • बढ़ेगा पर्यटन: दिल्ली घूमने आने वाले पर्यटक अब शहर की नाइटलाइफ़ का भी अनुभव कर सकेंगे।
  • नए रोजगार के अवसर: इस कदम से छोटे-बड़े कई व्यापारियों को काम मिलेगा और शहर की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।

सरकार का सपना दिल्ली की रातों को मुंबई की तरह रोशन और बेंगलुरु की तरह ऊर्जावान बनाने का है। अगर यह योजना सफल रही, तो जल्द ही दिल्ली के दूसरे इलाकों में भी ऐसे 'नाइट हब' बनाए जाएंगे।

तो अगली बार जब आधी रात को भूख सताए, तो याद रखिएगा कि दिल्ली अब सोएगी नहीं, बल्कि अपने जायकों के साथ जागेगी।

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