नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट: गौतमबुद्ध नगर के लिए सोमवार का दिन बेहद खास होगा। जिले की धरती पर एक नया इतिहास बनने जा रहा है। जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सोमवार को पहली बार कोई कमर्शियल प्लेन रनवे पर उतरेगा। ट्रायल की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। विमान को उतरने की अनुमति देने के साथ ही नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने रनवे पर अन्य सुरक्षा उपकरणों का भी जायजा लिया है। ट्रायल रन शुरू होने से पहले रनवे को सलामी (वाटर कैनन) भी दी गई।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) का कमर्शियल विमान 10 मिनट में दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट पहुंचेगा। यहां विमान करीब डेढ़ घंटे तक एयरपोर्ट के ऊपर आसमान में मंडराएगा और सभी सुरक्षा उपकरणों की जांच के बाद ही रनवे पर उतरेगा।
रनवे पर विमान उतरने के साथ ही पूरा होगा 23 साल पुराना सपना
जेवर एयरपोर्ट पर आज से विमानों का ट्रायल शुरू हो जाएगा। पहली बार यहां कोई विमान उतरेगा और उड़ान भरेगा। एयरपोर्ट पर विमान उतरने के साथ ही 23 साल पहले देखा गया सपना पूरा हो जाएगा। इसके साथ ही जिले के नाम एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनाने का रिकॉर्ड भी दर्ज हो जाएगा।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (एनएआईएल) के एक अधिकारी ने बताया कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) का कमर्शियल विमान 10 मिनट में दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट पहुंचेगा। यहां विमान करीब डेढ़ घंटे तक एयरपोर्ट के ऊपर आसमान में गरजेगा और सभी सुरक्षा उपकरणों की जांच के बाद ही रनवे पर उतरेगा। ऐसा पहली बार होने जा रहा है, जब विमान रनवे पर उतरेगा। इससे पहले विमानों पर जो भी परीक्षण किए गए, उन्हें रनवे पर नहीं उतारा गया।
एयरपोर्ट पर 3900 मीटर लंबा और 60 मीटर चौड़ा पहला रनवे पूरी तरह बनकर तैयार हो गया है। रनवे पर मार्किंग और लाइटिंग का काम पूरा हो चुका है। इसके अलावा कैट-1 और कैट-3 उपकरण लगाए गए हैं, जो कोहरे में विमान की ऊंचाई और दृश्यता की जानकारी देते हैं। एयरपोर्ट पर इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) लगाया गया है, जिसका 10 से 14 अक्टूबर तक परीक्षण हो चुका है। अब सोमवार को ट्रायल किया जाएगा। ट्रायल की प्रक्रिया कई दिनों तक लगातार या फिर वैकल्पिक दिनों में भी चलने की संभावना है। ट्रायल से पहले डीजीसीए की टीम एयरपोर्ट पहुंचकर निरीक्षण कर चुकी है।
मुकदमे से पहले दी गई सलामी
किसी भी एयरपोर्ट के रनवे पर विमान के उतरने के बाद अक्सर वाटर कैनन सैल्यूट दिया जाता है। यह सैल्यूट विमान के स्वागत के लिए दिया जाता है। एयरपोर्ट से इस तरह का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें रनवे पर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
2001 में देखा गया था एयरपोर्ट बनाने का सपना
एयरपोर्ट बनाने का सपना पहली बार वर्ष 2001 में देखा गया था। इसके बाद कई ऐसे दौर आए जब यहां एयरपोर्ट का निर्माण मुश्किल नजर आया। सपा शासनकाल में इसे गौतमबुद्ध नगर से आगरा शिफ्ट कर दिया गया। 25 नवंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेवर में इसके निर्माण की आधारशिला रखी। यह प्रमुख परियोजनाओं में सबसे अहम है।
अप्रैल के अंत तक उड़ान संभव
अप्रैल के अंत तक एयरपोर्ट पर विमानों की उड़ान प्रस्तावित है। पहले दिन से एयरपोर्ट से 30 उड़ान सेवाएं शुरू करने का दावा किया जा रहा है। इनमें 25 घरेलू, तीन अंतरराष्ट्रीय और दो कार्गो उड़ानें शामिल हैं। सिंगापुर, दुबई और ज्यूरिख के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू हो सकती हैं।