नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक पीटर हिग्स का 94 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। हिग्स को गॉड पार्टिकल की खोज के लिए जाना जाता है। गॉड पार्टिकल की खोज से यह समझाने में मदद मिली कि बिग बैंग के बाद ब्रह्मांड का निर्माण कैसे हुआ। हिग्स-बोसोन सिद्धांत के लिए उन्हें संयुक्त रूप से भौतिकी में नोबेल पुरस्कार मिला। एडिनबर्ग विश्वविद्यालय ने हिग्स की मृत्यु की पुष्टि करते हुए कहा कि सोमवार, 8 अप्रैल को बीमारी के कारण घर पर उनकी मृत्यु हो गई।
पीटर हिग्स एक महान शिक्षक थे
एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी ने कहा कि हिग्स एक महान शिक्षक थे। एडिनबर्ग विश्वविद्यालय के कुलपति पीटर मैथेसन ने कहा कि हिग्स एक प्रतिभाशाली व्यक्तित्व और प्रतिभाशाली वैज्ञानिक थे। उनकी दृष्टि और कल्पना ने दुनिया के बारे में हमारे ज्ञान को समृद्ध किया है। उनके कार्यों से हजारों वैज्ञानिक प्रेरित हुए हैं। आने वाली पीढ़ियाँ उनकी विरासत को आगे बढ़ाती रहेंगी।
साल 2013 में नोबेल पुरस्कार मिला
ब्रिटेन के पीटर हिग्स और बेल्जियम के फ्रेंकोइस एंगलर्ट ने भौतिकी में 2013 का नोबेल पुरस्कार जीता। दोनों वैज्ञानिकों ने परमाणुओं से छोटे कणों के द्रव्यमान को समझाने के लिए एक सैद्धांतिक प्रक्रिया की खोज की। हिग्स रॉयल सोसाइटी के फेलो और कंपेनियन ऑफ ऑनर थे। उन्होंने 2012 में सैद्धांतिक भौतिकी के लिए हिग्स सेंटर की स्थापना की।