आद्रा नक्षत्र में अपेक्षित बारिश नहीं, किसान परेशान, मानसून और सरकार ने दिया धोखा

पलामू, 3 जुलाई (हि.स.)। जिले के हुसैनाबाद के किसानों के लिए इस साल का मानसून और सरकार की नीतियां बड़ा धोखा साबित हो रही हैं। आद्रा नक्षत्र समाप्ति के कगार पर है, लेकिन न तो अपेक्षित बारिश हुई है और ना ही सरकार के कृषि विभाग ने किसी प्रकार का बीज उपलब्ध कराया है। इस स्थिति ने किसानों को असमंजस में डाल दिया है और उनकी आर्थिक स्थिति पर गहरा असर डाला है।

आद्रा नक्षत्र जो किसानों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण नक्षत्र है, जो इसबार प्रतिकूल है। हुसैनाबाद और उसके आस-पास के क्षेत्रों में पर्याप्त बारिश नहीं होने के कारण किसानों द्वारा पम्प के सहारे लगाए गए बिचड़े सूखने की कगार पर हैं। वर्षा की कमी के कारण अभी तक अधिकतर किसान धान का बिचड़ा नहीं लगा सके हैं और न ही भदई फसल की बुआई किये हैं। इससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। एक तरफ मानसून की बेरुखी तो दूसरी तरफ सरकार की उदासीनता के कारण मई माह में पैसा जमा करने के बाद भी किसी प्रकार का बीज उपलब्ध नहीं कराया गया है।

हुसैनाबाद व्यापार मंडल के अध्यक्ष कृष्णा बैठा ने बुधवार को बताया कि उन्होंने गत 29 मई को ही 70 क्विंटल धान, 5 क्विंटल रागी (मडुआ) और पांच क्विंटल मूंगफली के बीज हेतु राष्ट्रीय बीज निगम, रांची को ड्राफ्ट के माध्यम से राशि जमा कर दी है। हुसैनाबाद, हैदरनगर एवं मोहम्मदगंज में कुल 43 पैक्स हैं, जिसके माध्यम से किसानों को बीज उपलब्ध कराया जाता है। लेकिन अभी तक हुसैनाबाद व्यापार मंडल को ही किसी प्रकार का कोई बीज मुहैय्या नहीं कराया गया है।

बैठा ने बताया कि एक तरफ हुसैनाबाद के लिए अनुकूल जिस वेराइटी का बीज मांगा जाता है तो वह नहीं दिया जाता है। लाचार होकर विभागीय अधिकारियों की इच्छानुसार ही निर्धारित वेराइटी के बीज हेतु निर्धारित राशि जमा किये जाने के बावजूद आपूर्ति नहीं किया जाना किसानों के साथ बहुत बड़ा धोखा नहीं तो और क्या है? मानसून की बेरुखी के बीच, किसानों को सरकार से उम्मीद थी कि वह कृषि विभाग के माध्यम से उन्हें बीज उपलब्ध कराएगी, लेकिन सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

हुसैनाबाद का एकमात्र किसान संगठन पलामू किसान ब्रिगेड के संयोजक कर्नल संजय सिंह एवं सह संयोजक भुनेश सिंह ने सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। किसान नेताओं ने कहा है कि अगर जल्द ही कोई उपाय नहीं किया गया, तो किसानों की स्थिति और भी खराब हो जाएगी। संगठन ने सरकार से आपातकालीन सहायता और बीजों की तुरंत आपूर्ति की मांग की है। नेता द्वय ने कहा कि किसानों की सहायता के लिए सरकार को तुरंत प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है।