केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी इन दिनों चुनावी दौरे के दौरान भी हरित ईंधन को लेकर बड़े-बड़े बयान दे रहे हैं. इसी हफ्ते केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी देश के सबसे प्रदूषित शहर माने जाने वाले बेगुसराय पहुंचे, जहां उन्होंने कहा कि भारत में डीजल और पेट्रोल की कारें बहुत हैं और धीरे-धीरे इलेक्ट्रिक कारों के लिए माहौल बन रहा है. ऐसे में ग्रीन फ्यूल ही आने वाले समय में मोबिलिटी सेक्टर को बेहतर स्थिति में ला सकता है।
गडकरी ने कहा कि हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन है और आने वाले वर्षों में देश में वाहन हाइड्रोजन और हरित ईंधन से चलेंगे। उन्होंने कहा कि भारत हर साल जीवाश्म ईंधन का आयात करता है। अब हमारे किसान हरित ईंधन और हरित हाइड्रोजन का उत्पादन करेंगे। हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन है और आने वाले वर्षों में देश में वाहन हाइड्रोजन और हरित ईंधन से चलेंगे।
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि इथेनॉल की बढ़ती मांग भारत की कृषि अर्थव्यवस्था को बदल देगी। इससे किसान सिर्फ अन्नदाता नहीं बल्कि ऊर्जा प्रदाता बनेंगे। फ्लेक्स ईंधन आधारित वाहन जो इथेनॉल पर चल सकते हैं, किसानों को समृद्ध बनाएंगे। इथेनॉल उद्योग किसानों के लिए वरदान है। देश में इथेनॉल की मांग बढ़ेगी. यह निश्चित रूप से भारत की कृषि अर्थव्यवस्था को बदल देगा। गडकरी ने कहा कि मैं चाहता हूं कि अगले कुछ वर्षों में मोटरसाइकिल, इलेक्ट्रिक रिक्शा, ऑटो रिक्शा और कारें 100 प्रतिशत इथेनॉल आधारित हों।