सोशल मीडिया पर हाल ही में एक खबर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया गया कि पाकिस्तान में एक बेटे ने अपनी मां से शादी कर ली। इस खबर के साथ दो तस्वीरें और वीडियो साझा किए जा रहे हैं, जिन्हें देख लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। हालांकि, जब इस मामले की सच्चाई जांची गई, तो कहानी पूरी तरह से कुछ और ही निकली।
क्या है वायरल दावा?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे एक्स (पूर्व में ट्विटर) और इंस्टाग्राम पर कई यूजर्स ने यह दावा किया कि पाकिस्तान के अब्दुल अहद नामक युवक ने अपनी मां से शादी कर ली।
- एक वायरल पोस्ट में लिखा गया:
“पाकिस्तान से चौंकाने वाली खबर! एक बेटे ने 18 साल तक पालन-पोषण करने के बाद अपनी मां से शादी कर ली। अब्दुल अहद ने खुद इस कहानी को सोशल मीडिया पर शेयर किया है।”
इस दावे के साथ तस्वीरें और वीडियो भी शेयर किए जा रहे हैं।
कैसे पता चला सच?
जब इस खबर की पड़ताल की गई, तो सच्चाई पूरी तरह से अलग निकली।
- रिवर्स इमेज सर्च से क्या पता चला?
वायरल तस्वीरों को रिवर्स इमेज सर्च करने पर अब्दुल अहद का इंस्टाग्राम प्रोफाइल मिला। इसमें उन्होंने एक सप्ताह पहले अपनी मां के साथ तस्वीरें साझा करते हुए पूरी कहानी बताई थी। - गूगल सर्च से मिली जानकारी:
‘Mother Son Marriage Pakistan’ कीवर्ड से सर्च करने पर TOLO न्यूज की एक पुरानी रिपोर्ट मिली, जिसमें इस शादी का सच फोटोग्राफर के हवाले से बताया गया था।
क्या है वायरल तस्वीरों का असली सच?
असल में, अब्दुल अहद ने अपनी मां से शादी नहीं की। यह कहानी पूरी तरह से गलत और भ्रामक तरीके से सोशल मीडिया पर फैलाई गई है।
- अब्दुल अहद का बयान:
अब्दुल ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा:
“पिछले 18 सालों में मैंने अपनी क्षमता के अनुसार अपनी मां को एक खास जीवन देने की कोशिश की, क्योंकि उन्होंने हमारे लिए अपना पूरा जीवन बलिदान कर दिया। अब वह एक शांतिपूर्ण और खुशहाल जिंदगी की हकदार थीं। इसलिए, मैंने उन्हें दूसरा मौका लेने में मदद की।” - तस्वीरों की हकीकत:
अब्दुल ने अपनी मां की दूसरी शादी करवाई और इसे एक इमोशनल मोमेंट के रूप में साझा किया। उन्होंने अपनी मां को प्यार और जीवन में दोबारा मौका दिया, जिससे उनकी मां खुशहाल जिंदगी जी सकें।
अब्दुल अहद का संघर्ष और मां के लिए समर्पण
अब्दुल और उनके भाई एक सिंगल मदर द्वारा पाले गए। उनकी मां ने अकेले अपने बच्चों को पाला और उनकी परवरिश में किसी भी तरह की कमी नहीं आने दी। 18 साल तक संघर्ष करने के बाद, अब्दुल ने महसूस किया कि उनकी मां एक नई शुरुआत और खुशहाल जीवन की हकदार हैं।
सोशल मीडिया पर झूठी खबरों से सतर्क रहें
यह मामला एक बार फिर दिखाता है कि सोशल मीडिया पर वायरल होती खबरों की सच्चाई को जांचना कितना जरूरी है। भ्रामक जानकारी न केवल असलियत को तोड़-मरोड़कर पेश करती है, बल्कि बिना वजह विवाद भी पैदा कर सकती है।