आज 2024 का समापन हो रहा है, और इस अवसर पर भारतीय-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनका दल अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर एक अनोखा नववर्ष समारोह मनाने की तैयारी कर रहा है। यह टीम पृथ्वी की परिक्रमा करते हुए 16 बार सूर्योदय और सूर्यास्त का अनुभव करेगी।
ISS पर अद्वितीय नववर्ष उत्सव
इस समय, यह दल लगभग 400 किलोमीटर की ऊंचाई पर पृथ्वी की कक्षा में है और हर 90 मिनट में एक बार पृथ्वी का चक्कर लगाता है। इस प्रकार, 31 दिसंबर की रात से 1 जनवरी तक, वे 16 बार नववर्ष मनाने का अनूठा अनुभव करेंगे।
लंबा मिशन और अनोखे अनुभव
सुनीता विलियम्स, जो ISS की कमांडर हैं, ने जून 2024 में बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान के माध्यम से एक आठ-दिन के मिशन की शुरुआत की थी। हालांकि, तकनीकी समस्याओं के कारण उनका मिशन मार्च 2025 तक बढ़ा दिया गया है।
खास समारोह और जुड़ाव
नववर्ष के अवसर पर, अंतरिक्ष यात्री विशेष भोज का आनंद लेंगे, जिसमें पृथ्वी से भेजे गए ताजे खाद्य पदार्थ शामिल होंगे। इसके अलावा, वे वीडियो कॉल के माध्यम से अपने परिवार और दोस्तों से भी जुड़ेंगे, ताकि उनका मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य बना रहे।
अंतरिक्ष में छुट्टियों की खुशियां
हाल ही में, सुनीता विलियम्स और उनका दल ने क्रिसमस का भी उत्सव मनाया, जिसमें उन्होंने स्टेशन को सजाया और विशेष भोजन तैयार किया, साथ ही वैज्ञानिक अनुसंधान में भी योगदान दिया।
अंतरिक्ष से प्रेरणा
सुनीता विलियम्स ने पहले भी अंतरिक्ष को अपना “खुशहाल स्थान” बताया है। उनका यह अनोखा अनुभव और सकारात्मकता मानव अंतरिक्ष अन्वेषण की उपलब्धियों को और भी अद्वितीय बनाती है। नववर्ष मनाने की इन गतिविधियों ने न केवल अंतरिक्ष यात्रियों के सामने आने वाली चुनौतियों को उजागर किया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि चाहे परिस्थितियां कितनी भी असामान्य क्यों न हों, खुशी और उत्सव का रास्ता हमेशा खोजा जा सकता है।