अगले पांच से छह माह में कोसीवासियों को सहरसा-हावड़ा अप डाउन वंदे भारत एक्सप्रेस की सौगात मिल जायेगी. इस ट्रेन के माध्यम से सहरसा पहली बार रेलवे के माध्यम से सीधे हावड़ा से जुड़ जायेगा. अभी तक यात्री सिर्फ सहरसा से चलने वाली हाटे बाजार एक्सप्रेस से ही सियालदह तक जा पाते थे. हावड़ा जाने के लिए उन्हें दूसरी ट्रेन पकड़नी थी.
समस्तीपुर मंडल के डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन सहरसा से हावड़ा तक चलेगी. ट्रेन का रख-रखाव, साफ-सफाई और धुलाई सहरसा के वाशिंग पिट लाइन 2 पर की जायेगी. इसके लिए सहरसा में दूसरी वाशिंग पिट लाइन का बचा हुआ काम जल्द पूरा कर लिया जायेगा. दूसरे वाशिंग पिट के निर्माण में वेरिएशन की मंजूरी नहीं मिलने से रुकावट के सवाल पर उन्होंने कहा कि रेलवे बोर्ड से बात हो गयी है. रुकावट का कारण जो भी हो दो-तीन दिन में दूर हो जाएगा। उन्होंने कहा कि दूसरे वाशिंग पिट का निर्माण कार्य चल रहा है, जो भी बचा हुआ काम है उसे पूरा करने के लिए रेलवे के संबंधित विभाग को कहा गया है.
डीआरएम ने कहा कि सहरसा-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस के परिचालन से पहले सहरसा के दूसरे वाशिंग पिट पर ओएचई सुविधा बहाल कर दी जायेगी. 430 वोल्ट की सप्लाई जोड़ी जायेगी. क्रेन समेत अन्य जरूरी चीजें लगाई जाएंगी। पांच से छह माह में वंदे भारत एक्सप्रेस सहरसा-हावड़ा के बीच चलेगी। ट्रेन की स्पीड 110 किलोमीटर प्रति घंटा तक होगी. रेलवे बोर्ड से पत्र मिलने के बाद वंदे भारत ट्रेन चलाने की तैयारी शुरू कर दी गई है.
बचा हुआ काम पूरा करना होगा
वेरिएशन स्वीकृत नहीं होने के कारण पुणे की कार्य एजेंसी ट्रैक का काम पूरा होने तक काम बंद करने जा रही है. एजेंसी द्वारा किये जा रहे ट्रैक कार्य की गति भी धीमी है. अगर वेरिएशन को मंजूरी नहीं मिली तो 230 मीटर में कैटवॉक, पाथवे, हाइड्रेंट और इलेक्ट्रिक से जुड़े सभी काम अटक जाएंगे। 600 मीटर की जगह 590 मीटर ही दूसरी धुलाई की लंबाई रह जाएगी।