New Ray of Hope: जानलेवा पैंक्रियाटिक कैंसर के इलाज में वैक्सीन का सफल परीक्षण
- by Archana
- 2025-08-13 11:35:00
Newsindia live,Digital Desk: चिकित्सा जगत में एक महत्वपूर्ण सफलता के रूप में, वैज्ञानिकों ने एक नई वैक्सीन विकसित की है जिसने अग्नाशय (पैंक्रियाटिक) कैंसर जैसे घातक रोग की प्रगति को धीमा करने में प्रारंभिक चरण के परीक्षणों में आशाजनक परिणाम दिखाए हैं। इस वैक्सीन को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कैंसर कोशिकाओं को खोजने और उन पर हमला करने के लिए प्रशिक्षित करती है।
अग्नाशय का कैंसर सबसे खतरनाक कैंसरों में से एक है क्योंकि अक्सर इसका पता काफी देर से चलता है। कई मरीजों में यह भी देखा गया है कि उनका कैंसर कीमोथेरेपी जैसे इलाजों पर प्रतिक्रिया नहीं करता। यह नई वैक्सीन, जिसे कुछ मामलों में एमआरएनए तकनीक का उपयोग करके प्रत्येक रोगी के लिए व्यक्तिगत रूप से तैयार किया गया है, इसी चुनौती का समाधान करने की उम्मीद जगाती है।
प्रारंभिक चरण के परीक्षण के परिणामों से पता चला है कि जिन रोगियों को यह वैक्सीन दी गई, उनमें से एक बड़े हिस्से ने एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया विकसित की। जिन रोगियों में वैक्सीन ने बेहतर प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्पन्न की, वे उन रोगियों की तुलना में अधिक समय तक जीवित रहे और कैंसर-मुक्त रहे, जिनमें प्रतिक्रिया कमजोर थी। कुछ अध्ययनों में यह भी पाया गया कि जिन अग्नाशय कैंसर के रोगियों को यह वैक्सीन मिली, वे औसतन अधिक समय तक जीवित रहे।[1][2]
यह वैक्सीन उन आनुवंशिक परिवर्तनों (म्यूटेशन) को लक्षित करती है जो ट्यूमर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जैसे कि केआरएएस (KRAS) जीन में होने वाले बदलाव। शोधकर्ता इस बात को लेकर उत्साहित हैं कि यदि यह तरीका अग्नाशय कैंसर जैसे जटिल रोग में काम कर सकता है, तो भविष्य में इसका उपयोग अन्य घातक कैंसर के इलाज के लिए भी किया जा सकेगा। हालांकि यह अभी शुरुआती सफलता है और इसे बड़े परीक्षणों में सिद्ध करने की आवश्यकता है, लेकिन इस वैक्सीन ने निश्चित रूप से दुनिया भर के लाखों रोगियों के लिए एक नई उम्मीद की किरण जगाई है।
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