प्रॉपर्टी रेट्स में बढ़ोतरी: नोएडा में मौजूदा दरों पर प्रॉपर्टी खरीदने का इस महीने आखिरी मौका है। करीब एक हफ्ते में नोएडा में प्रॉपर्टी अलॉटमेंट की नई दरें लागू हो जाएंगी। इसके बाद अगले 15 दिनों में सर्किल रेट भी बढ़ जाएंगे। ऐसे में 1 सितंबर के बाद प्रॉपर्टी खरीदना महंगा हो जाएगा। ऐसे में आने वाले दिनों में यहां घर खरीदने के लिए जमीन और फ्लैट खरीदने के अलावा उद्योग लगाना भी महंगा हो जाएगा।
पिछले महीने 12 जुलाई को नोएडा अथॉरिटी की बोर्ड बैठक हुई थी। बैठक में आवासीय, औद्योगिक, ग्रुप हाउसिंग और संस्थागत संपत्तियों की आवंटन दरों में 6 फीसदी की बढ़ोतरी की गई थी। आवासीय क्षेत्रों में श्रेणी ए प्लस सेक्टरों की आवंटन दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई थी। बोर्ड बैठक में आवंटन दरों में बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई थी। बोर्ड बैठक के मिनट्स अभी जारी नहीं किए गए हैं। मिनट्स जारी होने के बाद उस आधार पर संपत्ति की दरें बढ़ाने के लिए कार्यालय आदेश जारी किया जाएगा। जैसे ही कार्यालय आदेश जारी होगा, उसी दिन से नई संपत्ति दरों के तहत काम होगा।
अफसरों का कहना है कि करीब एक सप्ताह में बोर्ड बैठक के कार्यवृत्त स्वीकृत होकर शासन से मिलने की उम्मीद है। इसके साथ ही प्राधिकरण की संपत्ति खरीदना महंगा हो जाएगा। आवंटन दर में बढ़ोतरी का असर संपत्ति हस्तांतरण पर लगने वाले शुल्क पर भी पड़ेगा। दूसरे चरण में संपत्ति की कीमत बढ़ने का असर उसकी रजिस्ट्री पर पड़ेगा। प्राधिकरण की आवंटन दर में बढ़ोतरी के करीब 15 दिन बाद रजिस्ट्री के लिए नए सर्किल रेट भी लागू हो जाएंगे। इसके लिए निबंधन विभाग ने तैयारी कर ली है। सेक्टरों की आवंटन दर का अध्ययन करने के बाद निबंधन विभाग उसके हिसाब से सर्किल रेट तय करेगा। संपत्ति खरीदने वाले को सेक्टर की आवंटन दर, सर्किल रेट और जिस दर पर संपत्ति बेची गई है, उसमें जो भी अधिक होगा, उसके आधार पर स्टांप शुल्क देना होगा। अफसरों का कहना है कि नए सर्किल रेट के लागू होने से जुड़ी सभी औपचारिकताएं इसी माह के अंत तक पूरी करने का प्रयास किया जा रहा है।
गांवों में सर्किल रेट 10 से 20 फीसदी तक महंगे होंगे
प्राधिकरण सिर्फ सेक्टरों में स्थित अपनी लीजहोल्ड संपत्तियों की आवंटन दरें तय करता है, गांवों की संपत्ति की दरें तय करने में उसकी कोई भूमिका नहीं होती। गांवों में जो भी संपत्ति खरीदी या बेची जाती है, उसका किराया सर्किल रेट के हिसाब से ही देना होता है। कई सालों से गांवों में स्थित आवासीय और व्यावसायिक संपत्तियों के सर्किल रेट नहीं बढ़ाए गए हैं। इस बार सर्किल रेट में 10 से 20 फीसदी तक बढ़ोतरी करने की योजना है। इसको लेकर निबंधन विभाग ने सर्वे कर लिया है। जिन गांवों में आवासीय और व्यावसायिक संपत्तियां सड़क की चौड़ाई और मुख्य मार्ग पर स्थित होंगी।
नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ संजय खत्री ने बताया, “बोर्ड मीटिंग के मिनट्स आते ही नई आवंटन दरें लागू कर दी जाएंगी। अभी मौजूदा दरों पर ही संपत्ति आवंटन और ट्रांसफर फीस लेने की प्रक्रिया चल रही है।”
निबंधन विभाग के एआईजी एसबी वर्मा ने बताया, “सर्किल रेट तय करने के लिए सर्वे चल रहा है। हम प्राधिकरण की आवंटन दर लागू होने का इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद नए सिरे से सर्किल रेट तय किए जाएंगे।”