झारखंड के धनबाद में साइबर ठगों ने ठगी का नया तरीका अपनाया है। अब ये ठग हनीट्रैप का सहारा लेकर युवाओं को निशाना बना रहे हैं। कॉल गर्ल के नाम पर झांसा देकर ठग युवाओं की जेब से हजारों रुपए उड़ा रहे हैं। लोकलाज के डर से पीड़ित पुलिस में शिकायत भी दर्ज नहीं करा पा रहे, जिससे ठगों के हौसले बुलंद हो गए हैं।
कैसे करते हैं ठगी?
कॉल गर्ल के नाम पर जाल
साइबर ठग एक फर्जी मोबाइल नंबर को सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से वायरल कर युवाओं को फंसाते हैं। इस नंबर पर व्हाट्सऐप कॉल करने पर ठग कॉल गर्ल भेजने का झांसा देते हैं। युवाओं को लड़कियों की तस्वीरें भेजी जाती हैं और भरोसा दिलाने के लिए अंजान लड़कियों से बात भी कराई जाती है।
पैसों की मांग और QR कोड का खेल
व्हाट्सऐप पर संपर्क करने के बाद सबसे पहले 500 रुपए मांगे जाते हैं। इस रकम के लिए एक QR कोड भेजा जाता है। भुगतान करने के बाद लड़कियों की फोटो भेजी जाती हैं। इसके बाद घंटे के हिसाब से तीन हजार से सात हजार रुपए तक मांगे जाते हैं। ठगी की इस रणनीति में युवा आसानी से फंस जाते हैं और पैसे ट्रांसफर कर देते हैं।
लोकेशन के आधार पर होटल तय
साइबर ठग व्हाट्सऐप पर लोकेशन मांगते हैं और इसके आधार पर पास के होटलों के विकल्प देते हैं। कहा जाता है कि लड़की अमुक होटल के अमुक कमरे में मिलेगी। लेकिन, होटल का कमरा नंबर बताने से पहले पूरी रकम ट्रांसफर करने की शर्त रखी जाती है।
ठगी का एहसास कब होता है?
रकम ट्रांसफर करने के बाद जब पीड़ित होटल के कमरे का नंबर मांगते हैं, तो ठग उनसे और पैसे की मांग करने लगते हैं। बार-बार पैसे मांगने पर युवाओं को ठगे जाने का एहसास होता है। जब वे अपने पैसे वापस मांगते हैं, तो ठग गाली-गलौज पर उतर आते हैं और बातचीत बंद कर देते हैं।
तेजी से फैल रहा है जाल
धनबाद में इस तरह की घटनाओं की चर्चा तेजी से हो रही है। लोकलाज के डर से ज्यादातर पीड़ित पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कर रहे हैं, जिससे साइबर ठगों को खुला मैदान मिल रहा है।
कैसे बचें इस तरह की ठगी से?
- फर्जी विज्ञापनों से दूर रहें: सोशल मीडिया पर दिखने वाले किसी भी अनजान नंबर या प्रचार पर भरोसा न करें।
- पर्सनल डिटेल्स शेयर न करें: अपनी लोकेशन और अन्य जानकारी साझा करने से बचें।
- पैसे ट्रांसफर न करें: किसी अनजान व्यक्ति को ऑनलाइन पैसे भेजने से पहले पूरी जानकारी हासिल करें।
- पुलिस को सूचित करें: ठगी का शिकार होने पर तुरंत पुलिस से संपर्क करें।
पुलिस का बयान
धनबाद पुलिस ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। लोगों से अपील की गई है कि वे इस तरह के फर्जी कॉल और मैसेज से सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।