नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (एनएमआरसी) को एक्वा लाइन कॉरिडोर को ग्रेटर नोएडा वेस्ट तक विस्तारित करने की मंजूरी मिल गई है। इस महत्वपूर्ण विकास से नोएडा, ग्रेटर नोएडा और दिल्ली के बीच कनेक्टिविटी बढ़ने का वादा किया गया है, जिससे यात्रियों के लिए तेज़ और अधिक सीधा परिवहन विकल्प उपलब्ध होगा। आइए इस महत्वाकांक्षी परियोजना के बारे में अधिक जानें।
एक्वा लाइन एक्सटेंशन की मुख्य विशेषताएं
विस्तार की मंजूरी: एनएमआरसी को एक्वा लाइन को ग्रेटर नोएडा वेस्ट तक विस्तारित करने की मंजूरी मिल गई है। मौजूदा चुनाव संपन्न होने के बाद विस्तार में तेजी आने की उम्मीद है, जिससे निर्माण गतिविधियों में तेजी आएगी।
नए स्टेशन: विस्तार में 11 नए स्टेशन होंगे, जिससे यात्रियों की पहुंच और सुविधा में सुधार होगा। इनमें से सेक्टर 61 एक इंटरचेंज स्टेशन के रूप में काम करेगा, जिससे यात्रियों को एक्वा लाइन और दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ब्लू लाइन के बीच स्विच करने की सुविधा मिलेगी।
बेहतर कनेक्टिविटी: विस्तार का प्राथमिक उद्देश्य नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट और ग्रेटर नोएडा के बीच तेज और सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करना है, जिससे अंततः नोएडा और दिल्ली तक पहुंच में सुधार होगा।
एक्वा लाइन विस्तार पर 11 प्रस्तावित स्टेशन हैं:
- नोएडा सेक्टर 51 (मौजूदा)
- नोएडा सेक्टर 61
- नोएडा सेक्टर 70
- नोएडा सेक्टर 122
- नोएडा सेक्टर 123
- ग्रेटर नोएडा सेक्टर 4
- इकोटेक 12
- ग्रेटर नोएडा सेक्टर 2
- ग्रेटर नोएडा सेक्टर 3
- ग्रेटर नोएडा सेक्टर 10
- ग्रेटर नोएडा सेक्टर 12
- ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क वी
विस्तार की लंबाई और लागत
प्रस्तावित कॉरिडोर 17.43 किलोमीटर तक फैला है और इसमें 11 स्टेशन हैं। विस्तार की अनुमानित लागत ₹2,991.60 करोड़ है। यह निवेश परियोजना के पैमाने और उन्नत परिवहन बुनियादी ढांचे के संदर्भ में इसके लाभों को रेखांकित करता है।