New Expressway: दिल्ली, नोएडा-ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद के लोगों का सफर अब और भी आसान होने जा रहा है। एक शहर से दूसरे शहर तक आसान यात्रा के बेहतर साधन में अब एक और नया एक्सप्रेसवे जुड़ने जा रहा है। इससे दिल्ली से नोएडा-ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद रोजाना सफर करने वाले लोगों को बड़ी सुविधा मिलने जा रही है। खास बात यह है कि इन चारों शहरों के बीच यात्रा का समय 2 घंटे से घटकर 15 मिनट रह जाएगा।
आपको बता दें कि दिल्ली-एनसीआर के लोगों को अब नोएडा में बनने वाले जेवर एयरपोर्ट से जल्द ही दिल्ली एयरपोर्ट का विकल्प मिलने वाला है। ऐसे में सरकार इन शहरों को जोड़ने के लिए कई नए एक्सप्रेसवे और हाईवे बना रही है। इस लिस्ट में फरीदाबाद जेवर एक्सप्रेसवे का नाम भी शामिल है। इस एक्सप्रेसवे के जरिए बल्लभगढ़ से जेवर एयरपोर्ट की दूरी महज 15 मिनट में तय की जा सकेगी। फिलहाल इस दूरी को पूरा करने में करीब 2 घंटे का समय लगता है।
परियोजना की लागत 2,414 करोड़ रुपये है
नया एक्सप्रेसवे 6 लेन का होगा और इससे दूरी 90 किलोमीटर से घटकर सिर्फ 31 किलोमीटर रह जाएगी। विकास कार्य शुरू हो चुके हैं और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के मुताबिक 2,414.67 करोड़ रुपये की यह परियोजना जून 2025 तक पूरी होने की उम्मीद है। इस एक्सप्रेसवे पर काम जून 2023 में शुरू हुआ था। परियोजना का प्रस्तावित 31.425 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे फरीदाबाद में सेक्टर 65 के पास दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर लिंक रोड जंक्शन से शुरू होगा। यह जेवर एयरपोर्ट को सीधे जोड़ेगा। इस दौरान करीब 22 किलोमीटर लाइन हरियाणा में होगी, जबकि बाकी 9 किलोमीटर उत्तर प्रदेश में होगी। यह दयानतपुर (जेवर के पास) से शुरू होकर उत्तर प्रदेश के वल्लभनगर, करौली बांगर, फरीदा बांगर, अमरपुर और झुप्पा से होते हुए हरियाणा के बहपुर, कलां और मोहना जैसे गांवों को जोड़ेगा।
रिपोर्टों के अनुसार, यह दिल्ली-मुंबई हाईवे, यमुना एक्सप्रेसवे, कुंडली गाजियाबाद पलवल (पूर्वी परिधीय एक्सप्रेसवे) और कुंडली, मानेसर, पलवल (पश्चिमी परिधीय एक्सप्रेसवे) को भी जोड़ेगा।
रियल एस्टेट की कीमतें 40% तक बढ़ सकती हैं
परियोजना पूरी होने के बाद वाणिज्यिक और औद्योगिक विकास में भी तेजी आने की संभावना है, यह मार्ग फरीदाबाद और गुरुग्राम दोनों को सीधे जेवर हवाई अड्डे से जोड़ेगा। फरीदाबाद-जेवर एक्सप्रेसवे बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके निर्माण के बाद, एक अनुमान के अनुसार, इससे गुजरने वाले गांवों और अन्य क्षेत्रों में अचल संपत्ति की कीमतों में 40 प्रतिशत तक की वृद्धि हो सकती है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
इस संबंध में क्रेडाई एनसीआर के अध्यक्ष और गौर ग्रुप के सीएमडी मनोज गौर का कहना है कि नया एक्सप्रेसवे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और दिल्ली के बीच कनेक्टिविटी को और बेहतर करेगा। इस रूट पर लंबे समय से नए एक्सप्रेसवे की मांग हो रही थी। यहां कई बड़ी आवासीय परियोजनाओं का निर्माण भी हो रहा है। ऐसे में नया एक्सप्रेसवे बिल्डरों, खरीदारों और निवेशकों के लिए संभावनाओं का नया द्वार खोलने जा रहा है। वहीं, ट्राइसोल रेड के एमडी पवन शर्मा का कहना है कि इस नए एक्सप्रेसवे के निर्माण और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से इसके सीधे जुड़ने के साथ ही मुंबई-वडोदरा एक्सप्रेसवे से जुड़ने से यहां प्रॉपर्टी की मांग में जबरदस्त उछाल आएगा।
भूमिका ग्रुप के प्रबंध निदेशक उद्धव पोद्दार का कहना है कि इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद इलाके का योजनाबद्ध तरीके से विकास होगा। भविष्य में यह इलाका एक बेहतरीन प्रॉपर्टी हब के रूप में विकसित होने की संभावना है। इतना ही नहीं एक्सप्रेसवे के बनने से नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक का लोड भी कम हो जाएगा। ओमेक्स के प्रबंध निदेशक मोहित गोयल का कहना है कि बेहतर कनेक्टिविटी के साथ ही भविष्य में यहां नए प्रोजेक्ट भी शुरू होने की संभावना है। जैसे-जैसे लोगों की आवाजाही बढ़ेगी, कारोबार और बाजार भी उसी गति से बढ़ेगा। यह रियल एस्टेट के लिए सकारात्मक बात होगी।