शिशु देखभाल युक्तियाँ: नवजात शिशु की उचित देखभाल उसके शारीरिक विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। शिशु के जन्म के कुछ दिनों बाद उनके सही विकास के लिए तेल से मालिश करना जरूरी होता है। तेल से शरीर की मालिश हर उम्र के लोग कर सकते हैं। आयुर्वेद में इसे बहुत फायदेमंद माना जाता है।
नवजात शिशु के शरीर की तेल से मालिश करते समय बहुत सावधानी बरतनी चाहिए, नहीं तो फायदे की जगह नुकसान हो सकता है। जब नवजात शिशु के शरीर की तेल से मालिश की जाती है तो इससे उनकी मांसपेशियां मजबूत होती हैं। मालिश करने से बच्चे को भूख भी लगती है और नींद भी अच्छी आती है। लेकिन अक्सर लोग मसाज के दौरान कुछ गलतियां कर बैठते हैं जो नुकसानदायक हो सकती हैं। आइए जानते हैं बेबी ऑयल मसाज कब और कैसे करें और इसके दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
मसाज करते समय नहीं करनी चाहिए ये गलतियां
- कुछ खाने या पीने के तुरंत बाद बच्चों की मालिश नहीं करनी चाहिए। बच्चे की मालिश हमेशा खाने-पीने के 1 घंटे बाद करें।
- बच्चे की पीठ पर हमेशा मालिश करें।
- शिशु की मालिश न तो नहाने के तुरंत बाद करनी चाहिए और न ही उससे पहले।
- बच्चे की मालिश करने का एक निश्चित समय रखें। तभी आपको अपने बच्चे की मालिश का पूरा लाभ मिलेगा। ऐसा करने से बच्चे के सोने-जागने और खाने-पीने का समय भी निर्धारित हो जाएगा।
- शिशु की मालिश हमेशा हल्के हाथों से करनी चाहिए। मालिश सबसे पहले पैरों से शुरू करनी चाहिए। इसके बाद पीठ, पेट या छाती की मालिश करनी चाहिए।