काठमांडू, 25 जुलाई (हि.स.)। चीन की महत्वाकांक्षी परियोजना बेल्ट एंड रोड इनिसिएटिव (बीआरआई) को नेपाल की तरफ से तत्काल के लिए रोक दिया गया है। नेपाल के विदेश मंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि बीआरआई पर तत्काल आगे बढ़ने को लेकर कोई विचार नहीं हुआ है।
संसद की अंतरराष्ट्रीय संबंध समिति द्वारा तलब किए जाने के बाद विदेश मंत्री डॉ. आरजू देउवा ने कहा कि जबतक बीआरआई को लेकर कोई आम सहमति नहीं बन जाती तब तक इसको कार्यान्वयन में नहीं ले जाया जाएगा। संसदीय समिति में सांसदों द्वारा पूछे गए कई सवाल का जवाब देते हुए विदेश मंत्री डॉ. देउवा ने कहा कि यह बात सच है कि नेपाल सरकार की तरफ से बीआरआई में शामिल होने को लेकर हस्ताक्षर किया गया है लेकिन जब तक इस समझौते का पूरा विस्तृत ब्योरा का अध्ययन नहीं हो जाता या जब तक बीआरआई के अंतर्गत मिलने वाले ब्याज की दर नेपाल के हित के अनुरूप नहीं हो जाती तब तक इसको कार्यान्वयन में नहीं ले जाया जाएगा।
विदेश मंत्री देउवा ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि नेपाल में पहले इस पर आम सहमति बनाई जाएगी कि बीआरआई का ऋण नेपाल के लिए आवश्यक है या नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस दर पर बांकी के दातृ निकाय से ऋण की सुविधा मिलती है उसी दर पर बीआरआई से भी मिले तो इस बारे में विचार किया जा सकता है। विदेश मंत्री का कहना है कि नेपाल किसी भी देश से ऋण से अधिक अनुदान लेना प्राथमिकता में है।
संसदीय समिति में सांसदों ने बीआरआई को लेकर सरकार के तरफ से अब तक सही दस्तावेज को सार्वजनिक नहीं किए जाने को लेकर सवाल किया। इस समिति के अध्यक्ष राजकिशोर यादव ने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द बीआरआई के दस्तावेज को सार्वजनिक करना चाहिए। उन्होंने कहा कि 2017 में हुए समझौते का पूरा दस्तावेज सात साल के बाद भी सार्वजनिक नहीं करने से इस समझौते की नीयत पर सवाल खडा होता है।