दिल्ली विधानसभा चुनाव: एनसीपी भी उतारेगी उम्मीदवार, गठबंधन की संभावना पर चर्चा

Prafull Patel On Delhi Election

आगामी दिल्ली विधानसभा चुनावों में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है। पार्टी के राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल ने गुरुवार को बताया कि एनसीपी पिछले 25 वर्षों से दिल्ली में चुनाव लड़ती आ रही है और इस बार भी मैदान में उतरेगी। हालांकि, सीटों की संख्या पर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है। पटेल ने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी एनडीए के साथ गठबंधन को लेकर बातचीत करेगी, लेकिन यदि सहमति नहीं बनती है, तो एनसीपी अकेले चुनाव लड़ेगी।

आम आदमी पार्टी के शासन पर निशाना

प्रफुल्ल पटेल ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) के 15 साल के शासन पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा:

“दिल्ली की जनता आप सरकार से परेशान हो चुकी है। लुटियंस दिल्ली को देखकर खुशी नहीं होती, क्योंकि आम आदमी, जिसके नाम पर पार्टी बनाई गई, उसकी हालत बदतर है। मोहल्लों, झुग्गी-झोपड़ियों और कॉलोनियों में जाकर देखिए, वहां कोई काम नहीं हुआ। लोग अब परिवर्तन चाहते हैं।”

चुनाव में एनसीपी की रणनीति

एनसीपी ने अपनी चुनावी रणनीति पर भी संकेत दिए:

  • सीटों की संख्या:
    • पटेल ने कहा कि एनसीपी सभी सीटों पर नहीं, लेकिन चुनिंदा सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
    • “हमारा खाता खुलेगा और प्रदर्शन अच्छा होगा।”
  • गठबंधन की संभावना:
    • एनसीपी एनडीए के साथ गठबंधन पर बातचीत करेगी।
    • पटेल ने कहा:

      “अगर गठबंधन नहीं होता, तो हम अकेले चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।”

महाराष्ट्र की लाड़की बहन योजना पर बयान

दिल्ली में आप सरकार की महिला सम्मान योजना पर पटेल ने प्रतिक्रिया दी और महाराष्ट्र की लाड़की बहन योजना का उदाहरण दिया।

  • उन्होंने कहा:

    “महाराष्ट्र में हमारी योजना ने ढाई करोड़ महिलाओं को सशक्त किया। यह राशि उपहार नहीं, बल्कि उन्हें सशक्त बनाने का कदम था।”

  • पटेल का मानना है कि महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के ऐसे प्रयास उनकी स्थिति सुधारने में मदद करते हैं।

संसद गतिरोध और कांग्रेस पर हमला

प्रफुल्ल पटेल ने संसद में चल रहे गतिरोध और कांग्रेस द्वारा उठाए गए मुद्दों को लेकर भी निशाना साधा:

  • “कांग्रेस बार-बार अडानी का मुद्दा उठा रही है।”
    • उन्होंने कहा कि कांग्रेस के उठाए गए मुद्दे बेबुनियादी हैं।
    • “लोगों को अडानी मामले पर सच बताइए। सिर्फ नाम लेने से जनता को अपील नहीं होती।”
  • उन्होंने महाराष्ट्र चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि जनता ने कांग्रेस के इन मुद्दों को खारिज कर दिया है।