जम्मू, 5 जुलाई (हि.स.)। जेकेएनसी के प्रांतीय संयुक्त सचिव अंकुश अब्रोल ने जम्मू में चल रहे बिजली और पेयजल संकट पर गंभीर चिंता व्यक्त की खासकर गर्मियों के महीनों में यह संकट और भी बढ़ गया है। ओल्ड जानीपुर वार्ड नंबर 34 में एक बैठक को संबोधित करते हुए अब्रोल ने सामान्य जीवन को बाधित करने वाले इन बार-बार आने वाले मुद्दों को संबोधित करने के लिए एक सार्वभौमिक प्रशासनिक योजना की आवश्यकता पर जोर दिया। इसी बीच बैठक में कई युवा नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) में शामिल हुए।
अब्रोल ने राज्य प्रशासन की आलोचना की कि वह विशेष रूप से जम्मू नगर निगम क्षेत्रों जैसे टाली मोड़, रेहाडी, सरवाल और अन्य में आवश्यक सेवाएं प्रदान करने में विफल रहा है। उन्होंने अनियमित जल आपूर्ति और अनिर्धारित बिजली कटौती पर प्रकाश डाला, जो निवासियों के लिए काफी कठिनाइयां पैदा कर रही हैं। अब्रोल ने इन बुनियादी उपयोगिताओं के महत्व पर जोर देते हुए कहा अल्पकालिक और तदर्थ रणनीतियां अपर्याप्त हैं। सरकार को एक व्यावहारिक योजना विकसित करनी चाहिए, हितधारकों को शामिल करना चाहिए और इसे तत्काल लागू करना चाहिए।
डॉ. विकास शर्मा, क्षेत्रीय सचिव एवं समन्वयक जम्मू जिला (शहरी) जेकेएनसी ने भी युवाओं को संबोधित किया, उन्होंने युवाओं को प्रभावित करने वाली अपनी नीतियों के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की तथा भर्ती प्रक्रिया और बढ़ती शैक्षणिक फीस में समस्याओं की ओर इशारा किया। उन्होंने दैनिक जीवन और व्यवसायों पर अनियमित बिजली के प्रतिकूल प्रभाव पर जोर दिया, तथा तत्काल उपचारात्मक उपायों का आह्वान किया।