नरसिंहपुर, 23 मई (हि.स.)। जबलपुर लोकायुक्त पुलिस ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव में पदस्थ वन विभाग के रेंजर दिनेश मालवीय और डिप्टी रेंजर कमलेश चौहान को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। उन्होंने एक टिंबर मर्चेंट से जब्त की लकड़ी के मामले को हल्का करने और कम जुर्माना लगाने के एवज में रिश्वत की मांग की थी, जिसकी शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने उक्त कार्रवाई को अंजाम दिया।
जबलपुर लोकायुक्त पुलिस ने बताया कि टिंबर मर्चेंट योगेंद्र सिंह पटेल वन विभाग से लकड़ी कटवाने की लिखित अनुमति लेकर 18 मई को शाम सात बजे ग्राम सगड़ा गोटेगांव में किसान के खेत से सतकटा की लकड़ी कटवाकर हाइड्रा वाहन से ट्रक में भरवा रहा था। ट्रक में लकड़ी लोड होने के बाद टीपी लिया जाना था। इसी दिनांक को रेंजर दिनेश मालवीय एवं डिप्टी रेंजर कमलेश चौहान ने अपने स्टॉफ के साथ ग्राम सगड़ा में मौके पर आकर हाइड्रा वाहन एवं लकड़ी भरे ट्रक को जब्त कर लिया। वाहनों को श्याम नगर फॉरेस्ट चौकी गोटेगांव में रखा गया। आवेदक ने रेंजर दिनेश मालवीय एवं डिप्टी रेंजर कमलेश चौहान से वाहनों और लकड़ी को छोड़ने का निवेदन किया तो उन दोनों के द्वारा प्रकरण हल्का बनाने एवं कम जुर्माना लगाने की एवज में 50 हजार रुपये रिश्वत की मांग की गई। इसके बाद योगेन्द्र सिंह पटेल ने जबलपुर लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत की
शिकायत के सत्यापन के बाद गुरुवार को आवेदक को रिश्वत की रकम देने के लिए वन परिक्षेत्र कार्यालय गोटेगांव भेजा। उसने रेंजर दिनेश मालवीय एवं डिप्टी रेंजर कमलेश चौहान को जैसे ही 50 हजार रुपये की रिश्वत की राशि दी, उसी समय लोकायुक्त पुलिस की टीम ने दबिश देकर उन्हें रंगेहाथों दबोच लिया। आरोपितों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। कारर्वाई के दौरान लोकायुक्त टीम में उप पुलिस अधीक्षक दिलीप झरवड़े, इंस्पेक्टर कमल सिंह उईके, इंस्पेक्टर नरेश बेहरा, इंस्पेक्टर भूपेन्द्र कुमार दीवान एवं आठ अन्य सदस्य शामिल रहे।