नारनाैल, 16 नवंबर (हि.स.)। आजादी के समय से लेकर अब तक देश में मीडिया का बहुत बड़ा रोल रहा है। तकनीक के इस युग में मीडिया के सामने कई चुनौतियां खड़ी हो गई हैं लेकिन हम सबको मिलकर उसका निराकरण करना है।
यह बात अतिरिक्त उपायुक्त डॉ आनंद कुमार शर्मा (आईएएस) ने शनिवार को जिला सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय नारनौल में ‘मीडिया के बदलते स्वरूप’ पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में मीडिया में बहुत बड़ा परिवर्तन हुआ है। सोशल मीडिया डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के उदय ने पारंपरिक भौगोलिक बाधाओं को तोड़ते हुए समाचार की पहुंच का विस्तार किया है।
बदलते प्लेटफ़ॉर्म ने व्यक्तिगत आवाजों को भी सशक्त बनाया है, लेकिन इसके कारण कई चुनौतियां भी सामने हैं। उन्होंने कहा कि आज फेक न्यूज भी एक बड़ा चैलेंज बन गया है।
फेक न्यूज के कारण न केवल आम जन प्रभावित हो रहा है बल्कि खुद मीडिया भी इससे प्रभावित है। इसके कारण विश्वसनीयता का अभाव स्पष्ट दिखाई देता है।
उन्होंने कहा कि कई बार गलत सूचनाओं के कारण सांप्रदायिक दंगे भड़काने की भी नौबत आ जाती है। एडीसी ने सभी मीडिया कर्मियों से आह्वान किया कि कोई भी समाचार छापने या प्रसारित करने से पहले उसको अच्छी तरह से वेरीफाई करें।
उन्होंने कहा कि ऐसे युग में जहां गति अक्सर सटीकता पर हावी हो जाती है, वहां मीडिया को पत्रकारिता की सुचिता को बनाए रखते हुए आगे बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि मीडिया ने विकास के मुद्दे को जनता के सामने रखकर सरकार व प्रशासन की सहायता की है। यही कारण है कि मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा गया है। इसकी विश्वसनीयता को बरकरार रखने के लिए हम सबको आने वाली चुनौतियों का मुकाबला करते हुए मिलकर कार्य करना होगा।
उन्होंने मीडिया कर्मियों के साहस की सराहना करते हुए कहा कि जब कोविड.19 के आपातकालीन दौर में सड़कें सूनी होती थी, उस समय मीडिया कर्मी ग्राउंड जीरो से लोगों को स्टीक सूचना देने का कार्य कर रहे थे। कई बार मीडिया कर्मियों को जनता के सामने सूचना लाने के लिए बहुत बड़ा जोखिम उठाना पड़ता है। देश के लिए यह बहुत बड़ी सेवा है। इस मौके पर जिला के पत्रकारों ने भी मीडिया के बदलते स्वरूप पर अपने विचार रखे।