नारनाैल, 25 नवंबर (हि.स.)। अपने हाथों से काम करने वाले हुनरमंद कारीगरों और शिल्पकारों का आर्थिक उत्थान करने के लिए प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना के साथ अधिक से अधिक कारीगरों को जोड़ा जाए, साथ ही वैरिफिकेशन जल्द कराई जाए। यह निर्देश उपायुक्त डॉ विवेक भारती ने सोमवार को हरियाणा के मुख्य सचिव विवेक शर्मा के साथ पीएम विश्वकर्मा योजना को लेकर हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद अधिकारियों को दिए। उपायुक्त ने कहा कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय की एक केंद्रीय योजना है। इसका उद्देश्य अपने हाथों से काम करने वाले कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता देना है।
सरकार द्वारा इन लोगों को आर्थिक तौर पर मजबूत करने के लिए कई तरह की सुविधाएं दी जाती हैं। सरकार की ओर से इन्हें जमानत मुक्त ऋण दिया जाता है। इस ऋण के बदले इन्हें किसी की भी जमानत की जरूरत नहीं पड़ती। इसके अलावा इन लोगों को कौशल प्रशिक्षण भी दिया जाता है। प्रशिक्षण के दौरान भी इन्हें सहायता राशि दी जाती है। इन्हें सरकार की ओर से आधुनिक उपकरण व टूल किट भी दिए जाते हैं। इनके द्वारा बनाए गए उत्पादों को बाजार के संपर्क में लाने के लिए भी सरकार सहायता करती है। इन्हें एक उचित प्लेटफार्म देने का कार्य करती है, साथ ही इन्हें डिजिटल लेन-देन के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। पीएम विश्वकर्मा प्रमाणपत्र और आईडी कार्ड भी दिए जाते हैं। इस बैठक में जिला नगर आयुक्त महावीर प्रसाद, डीडीपीओ हरिप्रकाश बंसल, एलडीएम उमेद सिंह दहिया, आईटीआई प्रिंसिपल विनोद खननगवाल सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।