रिकॉर्ड तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री बनने जा रहे नरेंद्र मोदी को दुनिया के 50 से ज्यादा देशों ने बधाई दी है, लेकिन पड़ोसी देश पाकिस्तान ने अब तक नरेंद्र मोदी को उनकी जीत पर बधाई नहीं दी है. पाकिस्तान ने कहा कि वह भारत समेत अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ सहयोगात्मक संबंध और विवादों का बातचीत के जरिये समाधान चाहता है. पाकिस्तान की ओर से यह बयान तब सामने आया है जब नरेंद्र मोदी रिकॉर्ड तीसरी बार प्रधानमंत्री पद के लिए चुने गए हैं.
पड़ोसी देश पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि भारत की ओर से आ रही मुश्किलों और बयानों के बावजूद पाकिस्तान जिम्मेदारी से काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमेशा भारत समेत अपने पड़ोसियों के साथ सहयोगात्मक संबंध चाहता है. हम जम्मू-कश्मीर जैसे प्रमुख विवादों सहित सभी लंबित मुद्दों को हल करने के लिए निरंतर रचनात्मक बातचीत और साझेदारी की वकालत करते हैं।
भारत-पाकिस्तान के रिश्ते तनावपूर्ण
भारत सरकार द्वारा 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद-370 के प्रावधानों को निरस्त करने के बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने संबंधों को कम कर दिया है। पाकिस्तान का मानना है कि इस फैसले से पड़ोसियों के बीच बातचीत का माहौल कमजोर हुआ है. भारत ने लगातार कहा है कि वह पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंध चाहता है लेकिन इस बात पर जोर दिया है कि इस्लामाबाद ऐसे संबंधों के लिए आतंकवाद और शत्रुता मुक्त वातावरण बनाने के लिए जिम्मेदार है। सरकारी अधिकारी ने आगे कहा कि पाकिस्तान शांति बनाए रखने में विश्वास रखता है. हमें उम्मीद है कि भारत दोनों देशों के लोगों के पारस्परिक लाभ के लिए शांति बनाए रखने और बातचीत को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाएगा और लंबे समय से चले आ रहे विवादों के समाधान के लिए अनुकूल माहौल बनाएगा।