नई दिल्ली, 25 सितंबर(हि.स.)। गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (जीजीएसआईपीयू) का नरेला कैंपस नये अकादमिक सत्र 2025-26 से कार्य करना शुरू कर देगा। विश्वविद्यालय का यह तीसरा कैंपस होगा। आईपी विश्वविद्यालय का मुख्य कैंपस द्वारका में है। इसके अलावा दूसरा कैंपस सूरजमल बिहार कड़कड़डूमा में है।
आईपी विश्वविद्यालय की बुधवार को द्वारका कैम्पस में आयोजित अकादमिक परिषद की बैठक में नरेला कैंपस को अगले अकादमिक सत्र 2025-26 से फ़ंक्शनल करने का निर्णय लिया गया। सदस्यों ने विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए कई कार्यक्रमों, पात्रता मानदंडों, प्रवेश मानदंडों, योजनाओं और पाठ्यक्रम को मंजूरी दी।
अकादमिक परिषद की बैठक की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो महेश वर्मा ने विश्वविद्यालय के प्रदर्शन और इस साल के दाख़िले पर संतुष्टि व्यक्त की। उन्होंने हर स्कूल से अपने कार्यक्रमों का आत्मविश्लेषण करने और कम से कम एक नया कार्यक्रम हर वर्ष शुरू करने का आग्रह किया। उन्होंने सभी संबद्ध कॉलेजों में डुअल डिग्री सुविधा की आवश्यकता पर जोर दिया।
नैक के दिशानिर्देशों के अनुसार हर तीन वर्ष में बाजार की मांग और नए विषयों को शामिल करते हुए पाठ्यक्रम की समीक्षा की जानी चाहिए। कुलपति ने इस बैठक में बताया कि अगले शैक्षिक सत्र के लिए विश्वविद्यालय का प्रवेश ब्रोशर जनवरी के अंत तक जारी कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक स्कूल को विदेशी विश्वविद्यालय के साथ सहयोग की संभावना तलाशनी चाहिए। नए स्कूल शुरू करने के प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि कार्यरत पेशेवरों के लिए पीएचडी करने के लिए प्रावधान किया जाएगा। यह भी बताया गया कि गैर-शिक्षण कर्मचारियों को 5 दिसंबर को सम्मानित किया जाएगा। सदस्यों को यह भी बताया गया कि इस साल से शुरू किए गए खेल कोटा के तहत 27 सीटें भरी गईं और एकल बालिका योजना के तहत कई उम्मीदवारों को दाख़िले में लाभ मिला।