नरक चतुर्दशी 2024: इस मंत्र के जाप से दूर होंगे सारे कष्ट

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उत्सव शुरू हो गए हैं. धनतेरस के बाद आज काली चौदस है. इस बारे में जानकारी देते हुए गुजरात के जाने-माने ज्योतिषी चेतन पटेल ने बताया कि काली चौदस उग्र देवी की साधना के लिए तत्काल फल देने वाला सफल दिन माना जाता है. इस पर्व के दौरान तंत्र यंत्र मंत्र साधना के साथ-साथ अन्य गहन देवी-देवता साधनाएं जैसे-महा काली पूजा, हनुमानजी पूजा, भैरव पूजा आदि शीघ्र फल देने वाली होती हैं।

कालीचौदस-कालीपूजा-यन्त्रपूजा

डी.टी. 30-10-2024 बुधवार कालीचौदह दिन और रात में उग्र देवी-देवताओं, महाकाली भैरव, बटुकभैरव, वीर, हनुमान, दस महाविद्या आदि की पूजा की जाती है और मंत्र तंत्र विद्या प्राप्त करने के लिए उत्कृष्ट दिन है,

शुभ प्रभात

समय: सुबह 10-59 बजे से दोपहर 12-23 बजे तक

सायंकाल 19-37 से 22-48 तक मशीनरी एवं यंत्र पूजन करना उत्तम माना गया है।

इस मंत्र के प्रयोग से शत्रु, भय, कष्ट, बाधाएं दूर होंगी, सुरक्षा मिलेगी

काली चौदस के दिन और रात में की गई पूजा या साधना से सहस्र गुना फल मिलता है, इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए प्रसिद्ध ज्योतिषी चेतन पटेल ने बताया कि मंत्र के बिना देवी की पूजा संभव नहीं है, धर्म के अनुसार केवल मंत्र हमारी रक्षा करता है, इसीलिए काली चौदस के साधना मंत्र की साधना या आराधना करने से राक्षस, भूत, अंधकार, भूत, प्रेत, रात्रि, भय का नाश होता है। विपत्ति, खतरे से सुरक्षा और शक्ति की प्राप्ति

ज्योतिषी चेतन पटेल ने आगे बताया कि यह दिन और रात शुभ मानी जाती है. इसीलिए अनादिकाल से कालीचौदसे तंत्र-मंत्र-यंत्र सिद्धिप्रयोग विशेष प्रयोग साधनाएं हैं और फलदायी होने के कारण इनका एक और महत्व भी है।

आम लोग भी कई पूजा-पाठ करके काली चौदस महाकाली हनुमानजी और भैरव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।

महाकाली मंत्र यंत्र साधना का अभ्यास

कालीचौदस के साथ इस मंत्र का अभ्यास करने से तत्काल सर्वोत्तम परिणाम मिलते हैं। महाकाली का स्वरूप देखने में भले ही भयानक लगता हो लेकिन भक्तों के लिए यह सदैव कल्याणकारी होता है। उपरोक्त साधनाओं में से महाकाली के महामंत्र की साधना सर्वोत्तम मानी जाती है

ॐ क्रीं

ॐ क्रीं काली नमः

ॐ क्रीं कालिका नमः

 मंत्र- जयंती मंगला काली भद्रकाली कृपालिनी, दुर्गा क्षमा शिवाधात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते…

उपरोक्त मंत्र की 3 माला का जाप संकल्पपूर्वक करने से महाकाली की रक्षा होती है, शत्रु पर विजय मिलती है, आज की हनुमान जी की पूजा से संकट, भूत-प्रेत बाधा से मुक्ति मिलती है।

बाधाओं से बचने का मंत्र: ૐ नमो हनुमंतये भजन भंजनाय सुखं कुतु स्व

कालीचौदस की रात्रि में धूप-दीप जलाकर लाल या केसरिया वस्त्र पहनकर हनुमान जी के सामने बैठकर इस मंत्र की सात माला जपने से कार्यों में बाधाएं, रोग, खतरनाक शत्रु और कष्ट तथा कठिनाइयां दूर होंगी और सुख की प्राप्ति होगी।

हनुमान चालीसा प्रयोग

कोर्ट-कचहरी संकट बाधा शत्रु पीड़ा भय काली चौदस को नष्ट करने का संकल्प हनुमान जी के सामने बैठकर 7 बार धूप-दीप जलाएं हनुमान चालीसा भय का नाश करती है शत्रु बाधा दूर होती है आकस्मिक सुरक्षा से मन से भय और चिंता दूर होती है

भैरव की रक्षा के लिए मंत्र साधना

प्राचीन भैरव तंत्र में, अत्यधिक फलदायी मंत्र अभ्यास सात्विक साधना लोगों के मानस को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से बनाई गई है।

 “ૐ ह्रीं भैरव भयं भयं करहरं रक्ष रक्ष हुं फट् स्वाहा:”

 कालीचौदस की रात्रि में उपरोक्त मंत्र की 3 माला जाप करने से भूत-प्रेत, पिशाच, शत्रु बाधा का भय नहीं रहता तथा जादू-टोने का नाश होता है।