हैदराबाद में 5.14 लाख वोटरों के नाम लिस्ट से हटाए गए, टेंशन में ओवैसी! चुनाव आयोग ने बताई वजह

लोकसभा चुनाव 2024 का पहला चरण कल 19 अप्रैल को होना है। इस बीच, हैदराबाद में 5.41 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं। जिला निर्वाचन आयोग की ओर से एक प्रेस विज्ञप्ति में इसका कारण भी बताया गया.  

इसके कारण मतदाताओं के नाम सूची से हटा दिये गये

हैदराबाद जिले में 15 विधानसभा क्षेत्र हैं और आयोग ने पहले चरण के मतदान से पहले 5.41 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिए हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक, मतदाताओं के नाम सूची से हटाने का कारण मृत्यु, निवास स्थान में बदलाव और नामों का दोहरा पंजीकरण है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बुधवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि हैदराबाद जिले में चुनाव प्रणाली मतदाता सूची की सटीकता सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है और स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए सभी उपाय किए जा रहे हैं।

इतने सारे नाम सूची से हटा दिए गए

जनवरी 2023 से हैदराबाद जिले के 15 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 47,141 मृत मतदाता, 4,39,801 स्थानांतरित मतदाता और 54,259 डुप्लिकेट मतदाताओं को सूची से हटा दिया गया है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के बाद कुल 5,41,201 मतदाताओं के नाम सूची से हटा दिए गए हैं।

छह लाख से अधिक फर्जी मतदाता: माधवी लता का दावा 

हैदराबाद जिले के 15 विधानसभा क्षेत्र हैदराबाद और सिकंदराबाद लोकसभा क्षेत्रों का हिस्सा हैं। हैदराबाद लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार के माधवी लता ने पहले दावा किया था कि निर्वाचन क्षेत्र में छह लाख से अधिक फर्जी मतदाता हैं। माधवी ने आरोप लगाया कि औवेसी फर्जी वोटों के जरिए चुनाव जीत रहे हैं.

17 मई को वोटिंग होगी

हैदराबाद जिले में कुल 1,81,405 मतदाताओं की पहचान की गई है जिनके मकान नंबर सही कर दिए गए हैं। एक परिवार में बंटे मतदाताओं को एक मतदान केंद्र पर लाने के लिए जिले में कुल 3,78,713 संशोधन किये गये. उल्लेखनीय है कि तेलंगाना में एक ही चरण में 17 मई को मतदान होगा। राज्य में 17 लोकसभा सीटें हैं. हैदराबाद में भी 17 मई को मतदान होगा.

ओवैसी और माधवी लता के बीच बड़ी प्रतिद्वंद्विता

यहां मुख्य मुकाबला असदुद्दीन औवेसी और बीजेपी की माधवी लता के बीच माना जा रहा है. साल 2019 में ओवैसी ने बीजेपी उम्मीदवार को 2 लाख 82 हजार 186 वोटों से हराया था. यहां बीजेपी दूसरे स्थान पर रही. साल 2014 में औवेसी ने 282186 वोटों से जीत हासिल की थी.