नागपुर में पिछले हफ्ते भड़की हिंसा के बाद पुलिस और प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। इस दंगे में एक दर्जन पुलिसकर्मी और कई नागरिक घायल हुए थे। उपद्रवियों ने सड़कों पर खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया था और दुकानों में तोड़फोड़ की थी। इस मामले में मुख्य साजिशकर्ता माने जा रहे फहीम खान के घर पर आज बुलडोजर चलाया गया।
प्रशासन की कार्रवाई
नागपुर महानगरपालिका की टीम भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच फहीम खान के घर पर पहुंची और उसके घर के उस हिस्से को गिरा दिया, जिसे अवैध रूप से अतिक्रमण कर बनाया गया था। अधिकारियों ने बताया कि खान को पहले ही नोटिस जारी किया गया था, जिसमें उसके घर को नियमों के खिलाफ बनाया गया बताया गया था।
फहीम खान यशोधरा नगर स्थित संजय बाग कॉलोनी में रहता था और पेशे से बुर्का विक्रेता है। उसके खिलाफ देशद्रोह समेत कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
17 मार्च को नागपुर में कैसे भड़की थी हिंसा?
यह दंगा 17 मार्च को विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के प्रदर्शन के दौरान भड़का था। अफवाह फैली थी कि प्रदर्शन के दौरान एक कपड़ा जलाया गया था, जिसमें कुरान की आयतें लिखी थीं। इसी सूचना के बाद मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने आक्रोश में आकर हिंसा शुरू कर दी।
फहीम खान की गिरफ्तारी और आपत्तिजनक बयान
फहीम खान को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और उसे अदालत में पेश किया जा चुका है। वह माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी का शहर प्रमुख रह चुका है और अक्सर पुलिस के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देता रहा है। माना जा रहा है कि उसने सोशल मीडिया पर भड़काऊ वीडियो जारी किए थे, जिससे हिंसा को बढ़ावा मिला।
आरएसएस मुख्यालय के पास हुई थी हिंसा
हिंसा नागपुर के महल इलाके में हुई थी, जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) मुख्यालय के पास स्थित है। इस संवेदनशील इलाके में भड़की हिंसा को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और लगातार कार्रवाई जारी है।