कोलकाता। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले की एक अदालत ने नाबालिग लड़की से रेप और हत्या के जघन्य मामले में दो आरोपियों को कठोर सजा सुनाई है। जंगीपुर अदालत के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने अपराध के 61वें दिन फैसला सुनाते हुए दीनबंधु हलदर को मौत की सजा और सुभोजित हलदर को आजीवन कारावास की सजा दी। पुलिस ने इस मामले की जांच महज 21 दिनों में पूरी कर आरोप पत्र दाखिल कर दिया था।
अपराधी दीनबंधु को रेप और हत्या का दोषी करार
अदालत ने गुरुवार को दीनबंधु हलदर को बलात्कार और हत्या का दोषी पाया, जबकि सुभोजित हलदर को अपराध में सहायता करने के लिए दोषी ठहराया गया। शुक्रवार को सजा सुनाए जाने के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) सुप्रतिम सरकार ने बताया कि 13 अक्टूबर को विजयादशमी के दिन दीनबंधु ने फूल देने के बहाने लड़की को फुसलाया था।
दीनबंधु ने की नाबालिग की हत्या के बाद नेक्रोफिलिया
पुलिस के अनुसार, दीनबंधु ने नाबालिग के साथ रेप किया और फिर उसकी हत्या कर दी। हैरान कर देने वाली बात यह थी कि हत्या के बाद उसने शव के साथ भी दुष्कर्म किया, जिसे नेक्रोफिलिया कहा जाता है। इस जघन्य अपराध में सुभोजित हलदर ने दीनबंधु की मदद की थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया था, जिसने तेजी से कार्रवाई करते हुए 21 दिनों के भीतर चार्जशीट दाखिल की।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने की सजा की सराहना
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अदालत के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि, “हर बलात्कारी मौत की सजा का हकदार है। हमें ऐसे जघन्य अपराधों को खत्म करने के लिए एकजुट होना होगा।” उन्होंने कहा कि बलात्कार के मामलों में त्वरित और समयबद्ध सुनवाई एक शक्तिशाली निवारक के रूप में काम करेगी। इससे समाज में यह स्पष्ट संदेश जाएगा कि इस तरह के अपराधों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने राज्य पुलिस और अभियोजन टीम की सराहना करते हुए कहा, “मैं इस उपलब्धि के लिए पुलिस और कानूनी प्रक्रिया में शामिल सभी लोगों को बधाई देती हूं। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ित के परिवार के साथ हैं।”
न्यायिक प्रक्रिया में तेजी से हुआ न्याय
इस मामले में न्यायिक प्रक्रिया की गति उल्लेखनीय रही। अपराध के 61वें दिन सजा सुनाई गई, जो न्यायिक तंत्र में तेजी और प्रभावी कार्रवाई को दर्शाता है। इस तरह के त्वरित न्याय से समाज में विश्वास मजबूत होता है और अपराधियों के लिए कड़ा संदेश जाता है।