मुंबई के लोग जल्द ही मेट्रो का एक और बड़ा तोहफा पा सकते हैं। दहिसर से मीरा-भायंदर मेट्रो-9 कॉरिडोर पर काम लगभग पूरा हो चुका है, और इस साल के अंत तक इसकी पहली सेवा शुरू होने की उम्मीद है। मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (MMRDA) ने इस परियोजना को चरणबद्ध तरीके से लागू करने की योजना बनाई है।
मेट्रो-9: दहिसर से काशीगांव तक पहली सेवा
- मेट्रो-9 का पहला चरण दहिसर (पूर्व) से काशीगांव मेट्रो स्टेशन तक शुरू होगा।
- इस 10.41 किलोमीटर लंबे रूट पर 8 स्टेशन होंगे।
- यह रूट पूरी तरह एलिवेटेड है, जो यात्रियों के लिए तेज और सुगम यात्रा सुनिश्चित करेगा।
परियोजना का इतिहास और प्रगति
- टेंडर जारी: इस परियोजना का टेंडर 2019 में जारी किया गया था।
- शुरुआत की योजना: इसे 2022 तक शुरू करने की योजना थी, लेकिन कोविड-19 महामारी और अन्य कारणों से इसे विलंब हुआ।
- मौजूदा स्थिति: अब तक मेट्रो-9 का 92% कार्य पूरा हो चुका है।
- समापन की तारीख: पूरी परियोजना के 2025 के अंत तक शुरू होने की संभावना है।
मेट्रो-9 की प्रमुख विशेषताएं
- कनेक्टिविटी:
- मेट्रो-9, दहिसर (पूर्व) से अंधेरी (पूर्व) के बीच मेट्रो-7 कॉरिडोर और दहिसर (पूर्व) से अंधेरी (पश्चिम) के मेट्रो-2ए कॉरिडोर से जुड़ेगी।
- यह वेस्टर्न एक्सप्रेसवे और वेस्टर्न रेलवे से भी सीधे जुड़ी होगी।
- डिपो की तैयारी:
- मेट्रो-9 के लिए चारकोप डिपो का उपयोग होगा।
- मेट्रो-7 और मेट्रो-2ए के कोचों का रखरखाव चारकोप डिपो में होगा।
- यात्री लाभ:
- दहिसर से मीरा-भायंदर के बीच मेट्रो सेवा से यात्रा का समय कम होगा।
- मेट्रो रूट वेस्टर्न एक्सप्रेसवे और वेस्टर्न रेलवे से कनेक्ट होगा, जिससे यात्रियों को अलग-अलग परिवहन विकल्प मिलेंगे।
विरार लोकल ट्रेन की भीड़ में कमी की उम्मीद
- वर्तमान में, विरार लोकल ट्रेन पर भीड़ एक बड़ी समस्या है।
- मेट्रो-9 के संचालन से दहिसर से भायंदर के बीच सफर करने वाले यात्रियों का बड़ा हिस्सा मेट्रो पर शिफ्ट हो सकता है।
- इससे लोकल ट्रेनों की भीड़ को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
मुंबईकरों के लिए मेट्रो-9 का महत्व
- यह नई मेट्रो लाइन यात्रा के समय में कमी लाएगी और यात्रा का अनुभव आरामदायक बनाएगी।
- मेट्रो-9, डीएन नगर, अंधेरी (पूर्व) और दहिसर को जोड़कर एक मजबूत ट्रांसपोर्ट नेटवर्क बनाएगी।
- यह लाइन न केवल यात्रियों के समय और प्रयास को बचाएगी, बल्कि मुंबई के व्यस्त लोकल ट्रेन नेटवर्क पर दबाव को भी कम करेगी।