मध्य प्रदेश के दतिया शहर में भारी बारिश के कारण एक घर के पास पुरानी रियासत की दीवार गिरने से 7 लोगों की मौत हो गई. रेस्क्यू ऑपरेशन में मलबे में दबे दो लोगों को बचाया गया. फिलहाल राहत कार्य जारी है.
घटना खलकापुरा इलाके में सुबह करीब 4 बजे हुई. एक घर के पास की आलीशान दीवार ढह गई, जिसके मलबे में 9 लोग फंस गए। दतिया कलेक्टर संदीप माकिन ने कहा कि सात लोगों की मौत हो गई है और दो अन्य को बचा लिया गया है. घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया.
मृतकों की सूची
- शिवम पिता निरंजन वंशकार (22 वर्ष) निवासी खलकापुरा थाना कोतवाली दतिया।
- सूरज पिता निरंजन (18 वर्ष) निवासी सदर
- किशन पिता पन्नालाल वंशकार (60 वर्ष) निवासी सदर
- प्रभा पति किशन बंशकार (56 वर्ष) निवासी सदर
- निरंजन पिता तुलसीदास वंशकार (60 वर्ष) निवासी सदर
- ममता पति निरंजन वंशकार (55 वर्ष) निवासी सदर
- राधा पिता निरंजन वंशकार (25 वर्ष) निवासी सदर
मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये की सहायता
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घटना पर दुख जताते हुए पीड़ित परिवारों को 4-4 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है. प्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अधिकारियों और कर्मचारियों को स्थिति सामान्य होने तक छुट्टी पर नहीं जाने के निर्देश दिये हैं.
सीएम ने कहा है कि बारिश के बदलते चक्र के कारण सितंबर माह में उम्मीद से अधिक बारिश होने के बावजूद जनजीवन सामान्य बना रहे, इसलिए आवश्यक सावधानियां बरती जाएं और समय रहते बचाव कार्य किए जाएं. निचली बस्तियों में रहने वाले लोगों को समय रहते सतर्क किया जाना चाहिए और आवश्यकतानुसार राहत शिविरों में स्थानांतरित किया जाना चाहिए। जिन पुल-पुलियाओं पर पानी है, वहां तत्काल आवश्यक सावधानियां एवं सतर्कता बढ़ायी जाय।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारी वर्षा से होने वाली जनहानि एवं पशुहानि की स्थिति में राहत प्रदान की जायेगी। मुख्यमंत्री ने जानमाल की हानि होने पर सभी को चार-चार लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की और परिजनों को तत्काल भुगतान का निर्देश दिया.
सीएम ने कहा कि जहां भी लोग बाढ़ के पानी में फंसे हैं, उन्हें हेलीकॉप्टर की मदद से एयरलिफ्ट करने की तत्काल व्यवस्था की जाए. पुराने जीर्ण-शीर्ण भवनों को चिन्हित कर सुरक्षात्मक व्यवस्था की जाए तथा आवश्यकता पड़ने पर उनमें रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाए।