नवादा में वर्षो बाद दिखा हथियारबंद नक्सलियों की चहलकदमी,इलाके में दहशत

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नवादा,21 अगस्त (हि.स.)।नवादा जिले के रजौली थानाक्षेत्र के सवैयाटांड़ पंचायत में वर्षो बाद फिर एक बार हथियारबंद नक्सलियों की चहलकदमी देखने को मिली है।वर्षो बाद नक्सलियों की चहलकदमी से सवैयाटांड़ के ग्रामीण चिंतित हैं। इलाके में दहशत का माहौल कायम हो गया है। सूत्रों की माने तो सवैयाटांड़ पंचायत के भलमनदवा हथियार से लैश लगभग एक दर्जन से अधिक नक्सलियों को देखा गया है।सभी नक्सली वर्दी में थे और सभी के पास हथियार भी था।सवैयाटांड़ के जंगली क्षेत्रों मे नक्सल गतिविधि बीते चार पाँच वर्षों से बंद था लेकिन शनिवार से फिर हथियारबंद नक्सलीयों की चहलकदमी देखने को मिला है,जिससे ग्रामीणों में दहशत फैल गया है।

नक्सलियों के विरुद्ध बंद हुई सर्च ऑपरेशन भी एक कारण

जानकार बताते हैं कि जब इन क्षेत्रों में अर्धसैनिकों बल के सहयोग से नक्सलियों के खिलाफ लगातार सर्च अभियान चलाया जाता था।तब इन क्षेत्रों से नक्सलियों के चहलकदमी बंद हो गई थी। जिला प्रशासन जंगली इलाकों में उग्रवादियों के विरुद्ध चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन को इधर बहुत दिनों से बंद कर रखा है ।यही वजह है कि नक्सलियों का जमावड़ा एक बार फिर से जंगली इलाकों में शुरू हो गया है। अगर पुलिस सही समय पर सही कार्रवाई करती है, तो निश्चित तौर पर नक्सलियों को फिर से जिले से बाहर खड़े दिया जाएगा।

उग्रवाद प्रभावित झारखंड के गिरिडीह, कोडरमा तथा बिहार के गया जिले की सीमा से सटे रजौली इलाके के जंगल कभी नक्सलियों का गढ़ माना जाता था। कई बार पुलिस व नक्सलियों के मुठभेड़ में आधा दर्जन से भी अधिक नक्सली एक दिन में भी मारे जा चुके हैं ।इलाके के ग्रामीण नक्सलियों के भय से कुछ खुलकर बोलने की हिम्मत नहीं करते। लेकिन दबी जुबान से उनकी चहलकदमी की पुष्टि की है ।अब देखना है कि पुलिस प्रशासन किस रूप में उग्रवादियों को जिले से खदेड़ने के लिए किस प्रकार की रणनीति अपनाती है।