हेल्थ टिप्स : हर साल मानसून के मौसम में बहुत सारे मच्छर होते हैं। ये रुके हुए पानी में बैठते हैं और मच्छरों से कई बीमारियाँ भी फैलती हैं। मच्छर जनित बीमारियाँ हर उम्र के लोगों को अपना शिकार बना सकती हैं। इसीलिए लोग मच्छरों से बचने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं।
मच्छरों से होने वाली प्रमुख बीमारियाँ
डेंगू
डेंगू मच्छर के काटने से होने वाली बीमारी है। डेंगू एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से होता है। ये मच्छर मुख्यतः रुके हुए पानी में रहते हैं। उदाहरण के तौर पर जमीन में बाल्टी, ड्रम, कुआं, पोखर में एकत्रित पानी में। डेंगू में सबसे पहले तेज बुखार और थकान होती है। यह बुखार जानलेवा भी साबित हुआ है।
मलेरिया
प्लास्मोडियम मलेरिया नामक एककोशिकीय परजीवी के कारण होता है। मच्छरों की प्रजातियाँ गंदे पानी में पनपती हैं, इनके काटने से तेज़ बुखार हो सकता है। प्लाज्मोडियम विवैक्स, प्लाज्मोडियम फाल्सीपेरम, प्लाज्मोडियम ओवले, प्लाज्मोडियम मलेरिया और सभी प्रकार के मलेरिया मादा एनोफिलीज मच्छरों द्वारा फैलते हैं।
चिकनगुनिया
चिकनगुनिया रोग एक वायरस से फैलता है जो मच्छर के काटने से फैलता है। इस बीमारी का पहला मामला 1952 में सामने आया था। उस समय शोध से पता चला कि चिकनगुनिया मच्छर के काटने से होता है। एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस मच्छर इस वायरस को फैलाते हैं। चिकनगुनिया के मुख्य लक्षण तेज बुखार, शरीर में दर्द, हड्डियों में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, शरीर पर चकत्ते, कमजोरी और थकान महसूस होना है।
ऐसे बचें मच्छरों से
- घर में मच्छरदानी का प्रयोग करें।
- घर और आसपास पानी जमा न होने दें।
- साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें।
- घर से निकलने से पहले मच्छर भगाने वाली क्रीम का प्रयोग करें।
- मानसून में बच्चों को पूरी बाजू के विशेष कपड़े पहनाकर रखें।