रमजान के दौरान कराची की सड़कों पर चार लाख से ज्यादा भिखारी, बढ़ा अपराध का ग्राफ

रमज़ान के महीने में भिखारी पाकिस्तान के छोटे शहरों और गांवों को छोड़कर कराची की ओर झुंड बनाकर आते हैं। कराची में भिखारियों की संख्या बढ़ने से मची अफरा-तफरी के बीच अपराध का ग्राफ भी बढ़ गया है. कराची पुलिस अधिकारी इमरान याकूब मिन्हास ने इस चिंताजनक स्थिति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ईद तक तीन से चार लाख भिखारी कराची पहुंचते हैं. इसके चलते कराची शहर भिखारियों और अपराधियों का अड्डा बन गया है. अधिकारियों से सीसीटीवी कैमरे लगाने की अपील की गई है क्योंकि पारंपरिक उपकरणों से अपराधों की निगरानी करना मुश्किल हो जाता है। कराची के मौजूदा हालात का एक अनुमान यह है कि रमजान के दौरान आपराधिक घटनाओं में 19 लोगों की जान जा चुकी है.

हाईकोर्ट को शांति के लिए समय देना पड़ा

हालात इस हद तक बिगड़ गए कि सिंध उच्च न्यायालय को एक महीने के भीतर कराची में शांति और व्यवस्था बहाल करने के लिए अधिकारियों को मेहतल देना पड़ा। जस्टिस अब्बासी ने अधिकारियों से साफ कहा कि शांति प्रक्रिया के उल्लंघन में शामिल प्रभावशाली व्यक्ति के खिलाफ भी निर्णायक कार्रवाई की जानी चाहिए. अदालत ने अधिकारियों से कानून व्यवस्था की स्थिति पर व्यापक रिपोर्ट मांगी है. स्थिति की गंभीरता को स्वीकार करते हुए सिंध के डीजीपी गुलामनबी मेमन ने कहा कि सड़कों और सड़कों पर अपराध को देखते हुए कराची में शांति और व्यवस्था बनाए रखना चुनौतीपूर्ण है। डीजीपी ने सिंध हाई कोर्ट को आश्वासन दिया है कि पुलिस जल्द ही अपराधों पर नियंत्रण कर लेगी.