पालमपुर, 25 मई (हि.स.)। पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शान्ता कुमार ने कहा कि हिमाचल वासी नरेन्द्र मोदी का हार्दिक धन्यवाद करते है। उन्होंने इस बात को याद रखा कि अयोध्या में जिस राम मन्दिर की प्राण प्रतिष्ठा उन्होंने की थी उसका सकंल्प 1989 में हिमाचल प्रदेश के पालमपुर में भाजपा कार्य समिति ने लिया था। यह समाचार पढ़ कर हिमाचल के लाखों लोगों को प्रसन्नता ही नही होती अपितु गर्व होता है। 500 सालों के कठोर संघर्ष और सैंकड़ों राम भक्तों की षहादत के बाद जो राम मन्दिर अयोध्या में बना था उसके अन्तिम संघर्ष का सकंल्प हिमाचल प्रदेश के पालमपुर में लिया गया था।
शान्ता कुमार ने शनिवार को एक बयान में कहा कि पालमपुर के साथ मैं भी अपने आपको भाग्यशाली समझता हूं कि उस निर्णय को लेने वाली भाजपा की कार्य समिति की पूरी व्यवस्था प्रदेश अध्यक्ष के रूप में मैंने की थी। कार्य समिति के सामने जब लाल कृष्ण अडवाणी ने राम मन्दिर का प्रस्ताव रखा था और जब अटल बिहारी वाजपेयी ने उसके समर्थन में अपने भाषण के अन्त में कहा था – ”हम बचन लेते है कि जब तक राम मन्दिर न बन जाए हम चैन से नही बैठेगें।“ इतिहास के उस महत्वपूर्ण समय पर मैं भी उस बैठक में मौजूद था। राम मन्दिर संघर्ष भारत के इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय है और उस अध्याय में पालमपुर का नाम भी अमर हो गया। हिमाचल निवासी नरेन्द्र मोदी के आभारी है कि उन्होंने अपने भाषण में यह बात कह कर हिमाचल को अपना प्यार दिया है।