ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन गेंदबाजी के दौरान चोटिल होने के बावजूद मैदान पर डटे रहे। मेलबर्न में खेले जा रहे मैच के दौरान स्टार्क को अपनी पीठ या पसलियों में दर्द महसूस हुआ, जिससे ऑस्ट्रेलियाई खेमे में चिंता बढ़ गई। हालांकि, टीम के साथी गेंदबाज स्कॉट बोलैंड ने तीसरे दिन के खेल के बाद उनकी स्थिति को लेकर सकारात्मक अपडेट दिया।
स्टार्क की चोट: क्या है स्थिति?
गेंदबाजी करते समय स्टार्क को अपनी पीठ पकड़े हुए देखा गया, जिसके बाद टीम के फिजियोथेरेपिस्ट निक जोन्स ने उनकी जांच की। हालांकि, स्टार्क ने दर्द के बावजूद अपनी गेंदबाजी जारी रखी। स्कॉट बोलैंड ने कहा कि स्टार्क बेहतर महसूस कर रहे हैं और 140 किमी/घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी कर रहे थे, जो उनकी फिटनेस का संकेत है।
बोलैंड ने कहा:
“वह ठीक हैं। उनकी पीठ या पसलियों में हल्की समस्या हो सकती है। लेकिन ब्रेक के बाद वह तेज गति से गेंदबाजी करते हुए दिखे। मुझे लगता है कि वह जल्द ही पूरी तरह से फिट हो जाएंगे।”
पिछले प्रदर्शन और चोट से उबरने की क्षमता
बोलैंड ने स्टार्क की ताकत और दर्द सहने की क्षमता को सराहा। उन्होंने याद दिलाया कि कुछ साल पहले एमसीजी में स्टार्क की उंगली टूट गई थी, फिर भी उन्होंने 140 किमी/घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी कर टीम के लिए अहम योगदान दिया।
“स्टार्क ऐसा खिलाड़ी है जो दर्द में भी शानदार प्रदर्शन कर सकता है। तेज गेंदबाजों के लिए ऐसे मैच कम होते हैं जब वे बिना किसी परेशानी के खेलें। वह अब तक 90 टेस्ट मैच खेल चुका है और यह दिखाता है कि वह दबाव में भी टीम के लिए कितना उपयोगी है,” बोलैंड ने कहा।
बोलैंड का प्रभावशाली प्रदर्शन
तीसरे दिन स्कॉट बोलैंड ने ऑस्ट्रेलिया के लिए प्रभावी गेंदबाजी की, 27 ओवर में 57 रन देकर तीन महत्वपूर्ण विकेट झटके। उनके प्रदर्शन ने टीम को मजबूती दी, जबकि स्टार्क विकेट हासिल करने में असफल रहे।
स्टार्क की महत्वपूर्ण विशेषता
बोलैंड ने स्टार्क की सबसे बड़ी विशेषता के बारे में कहा:
“वह ऐसे गेंदबाज हैं जो चोटिल होने के बावजूद अपनी रफ्तार और स्विंग को बरकरार रखते हैं। यह एक दुर्लभ गुण है जो उन्हें टीम का अहम हिस्सा बनाता है।”
आगे की राह
स्टार्क की चोट पर नजर रखने के साथ, ऑस्ट्रेलिया को उनके तेज आक्रमण की पूरी क्षमता की जरूरत होगी। टीम प्रबंधन और फिजियो टीम यह सुनिश्चित करेगी कि स्टार्क अगली पारी में अपनी पूरी क्षमता के साथ गेंदबाजी कर सकें।