नई दिल्ली: बीती रात वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम, फेसबुक और थ्रेड्स जैसे मेटा के सभी प्रमुख प्लेटफॉर्म्स के सर्वर अचानक कई घंटों तक डाउन रहे। इस आउटेज की वजह से दुनियाभर के यूजर्स को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही, चैटजीपीटी, ओपनएआई के एपीआई, और सोरा वीडियो जेनरेटर की सेवाएं भी बाधित रहीं।
रातभर बंद रहे मेटा के ऐप्स
बुधवार देर रात लगभग 11 बजे से मेटा के प्लेटफॉर्म्स ने काम करना बंद कर दिया। इस दौरान कई यूजर्स ने शिकायत की कि वे मैसेज भेजने और रिसीव करने, फीड अपडेट करने और स्टेटस पोस्ट करने में असमर्थ थे। आउटेज का असर भारत समेत दुनियाभर के कई देशों में देखा गया। करीब 3 घंटे बाद, यानी तड़के 2 बजे, मेटा की सेवाएं फिर से सामान्य हुईं।
डाउनडिटेक्टर पर शिकायतों की बाढ़
डाउनडिटेक्टर के अनुसार, इस आउटेज के दौरान बड़ी संख्या में यूजर्स ने शिकायतें दर्ज कीं:
- फेसबुक: 1 लाख से ज्यादा शिकायतें
- इंस्टाग्राम: 70 हजार से ज्यादा शिकायतें
- वॉट्सऐप: हजारों यूजर्स ने सर्वर डाउन और मैसेजिंग में समस्याओं की शिकायत की
कई यूजर्स का ऐप बिल्कुल काम नहीं कर रहा था, जबकि कुछ ने ऐप के धीमे काम करने की शिकायत की।
फनी मीम्स और शिकायतों का सिलसिला
जैसे ही वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम और फेसबुक डाउन हुए, लोग अपनी परेशानियां लेकर तुरंत ‘X’ (पूर्व ट्विटर) पर पहुंच गए। यूजर्स ने इन प्लेटफॉर्म्स के डाउन होने पर फनी मीम्स और जोक्स शेयर किए। सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को लेकर हलचल मच गई और लोग अपनी नाराजगी जाहिर करने के साथ-साथ मीम्स के जरिए हंसी-मजाक भी करते नजर आए।
यूजर्स ने जताई नाराजगी
वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम और फेसबुक के डाउन होने से न केवल आम यूजर्स बल्कि कई बिजनेस अकाउंट्स और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स को भी नुकसान झेलना पड़ा। कई लोगों ने कहा कि वे काम के बीच अचानक इन प्लेटफॉर्म्स के बंद होने से काफी परेशान हुए।
3 घंटे बाद सामान्य हुईं सेवाएं
भारत में करीब रात 11 बजे शुरू हुई इस समस्या का हल तड़के 2 बजे मिला। मेटा ने इस आउटेज को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह तकनीकी गड़बड़ी की वजह से हुआ होगा।
क्यों होते हैं ऐसे आउटेज?
तकनीकी गड़बड़ियों, सर्वर फेलियर, या मेंटेनेंस के चलते अक्सर बड़े प्लेटफॉर्म्स में आउटेज देखने को मिलते हैं। इससे पहले भी मेटा के प्लेटफॉर्म्स में कई बार इस तरह की दिक्कतें आ चुकी हैं, जिनका हल कुछ घंटों में निकाल लिया जाता है।