जयपुर, 15 मई (हि.स.)। सेवा भारती समिति, जयपुर का 13वां श्री राम जानकी सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन जानकी नवमी पर गुरुवार को अंबावाड़ी स्थित आदर्श विद्या मंदिर में होगा। पूर्व संध्या पर बुधवार को महिला संगीत का कार्यक्रम हुआ। वर-वधु परिवार की महिलाओं ने सामूहिक रूप से परम्परागत गीतों पर नृत्य किया।
सेवा भारती समिति,राजस्थान के मंत्री गिरधारी लाल शर्मा ने बताया कि सामूहिक विवाह सम्मेलन में 15 समाजों के 45 जोड़े परिणय सूत्र में बंधेंगे। इसमें 38 सजातीय और सात जोड़े अंतरजातीय है। सामूहिक विवाह सम्मेलन की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है। गुरुवार को घर जैसे माहौल में विवाह की सभी रस्में होंगी। प्रचार प्रसार प्रमुख ऋतु चतुर्वेदी ने बताया कि 16 मई को सुबह साढ़े सात बजे सभी मेहमान और जोड़े विवाह स्थल पहुंच जाएंगे। अल्पाहार के बाद स्तंभ पूजन और प्रधान पूजा होगी। इसके बाद सियारामदास बाबा की बगीची से गाजेबाजे के साथ सामूहिक बारात निकासी होगी। सभी दूल्हे अलग-अलग घोडिय़ों पर बैठकर विवाह स्थल पहुंचेंगे। यहां तोरण मारने की रस्म के बाद स्टेज पर वरमाला की रस्म होगी। इसके बाद अलग-अलग वेदियों पर पाणिग्रहण संस्कार होगा। प्रीतिभोज के बाद विदाई समारोह होगा।
बुधवार को श्रीराम जानकी सर्व जातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन के संयोजक नवल बगडिय़ा, अध्यक्ष नागरमल अग्रवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. ओमप्रकाश भारती, मंत्री हनुमान सिंह भाटी, कोषाध्यक्ष हरि कृष्ण गोयल, सह संयोजक गिरधारी लाल शर्मा सहित अन्य सभी पदाधिकारी आयोजन की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे रहे।
अब तक 2375 जोड़ों का विवाह सम्पन्न कराया
सेवा भारती समिति राजस्थान ने सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन 2010 में भवानी मंडी में शुरू किया था। अब तक राजस्थान के 22 जिलों के 33 स्थानों पर 2375 जोड़ों का विवाह सम्पन्न कराया जा चुका है। सेवा भारती समिति राजस्थान आर्थिक दृष्टि से पिछड़े, सामाजिक न्याय एवं पहचान से वंचित वर्गों के मध्य, विशेषतया नगरीय क्षेत्रों में अभावग्रस्त बस्तियों, ग्रामीण क्षेत्र में कार्य करने वाला एक गैर सरकारी संगठन हैं। यह नगरीय झुग्गी-झोंपड़ी, बस्तियों में समाज कल्याण कार्यक्रम जैसे नि:शुल्क शिक्षा, नि:शुल्क, चिकित्सा, कौशल विकास प्रशिक्षण केन्द्रों, सामाजिक समरसता कार्यक्रमों में कार्यरत हैं।